बिहार शरीफ में अनुठी शादी के साक्षी बने लोग; बौद्ध रीति-रिवाज से की शादी..!!
बिहारशरीफ, 27 जून 2023: सोमवार की देररात्रि शैलेशपुरी चौहरमल नगर, अनीसाबाद, फुलवारी शरीफ में एक अनोखी अनोखा शादी समारोह देखने को मिला, जिसमें वर-वधु ने सभी आडम्बरों को तोड़ते हुए संविधान की शपथ और बौद्ध विवाह प्रतिज्ञा-पत्र पढ़कर विवाह के बंधन में बंधे। यह शादी शैलेशपुरी चौहरमल नगर-अनीसाबाद निवासी निगरानी विभाग बिहार पटना के उप सचिव शिव शंकर दास एवं वीरांगना उषा देवी की सुपुत्री सत्यवती पुष्पांजलि की शादी ग्राम-सहोखर,पो०-सोहसराय-नालंदा के निवासी दुलार पासवान के पुत्र सत्यनिष्ठ मान्यवर बिनोद कुमार के साथ बौद्ध रीति रिवाज से दूल्हा-दुल्हन ने शादी गौतम बुद्ध की तस्वीर के समक्ष मोमबत्ती जला कर और बौद्ध गुरू गौतम बुद्ध को साक्षी मानकर पुष्प अर्पित करते हुए तीन बार पंचांग प्रणाम किया, तथा प्रतिज्ञा लेते हुए जीवनभर साथ रहने के लिए वादा किया। तत्पश्चात भगवान गौतम बुद्ध को चढ़ाई हुई माला भंते धम्म बोधि द्वारा दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद के रूप में दिया गया। और एक-दूसरे को माला पहना कर शादी की।
शादी के दौरान दूल्हा-दुल्हन को बुद्ध वंदना, त्रिसरण व पंचशील का पाठ सुनाया गया। भंते ने दोनों पक्षों से पांच-पांच गवाहों के हस्ताक्षर के बाद दूल्हा-दुल्हन पक्ष को विवाह प्रमाणपत्र सौंपा।
यह शादी भारतीय सनातन की सभी पंरपरा को छोड़कर उच्च विद्यालय गैवी इतासंग के शिक्षक विनोद कुमार पासवान ने साधारण तरीके से विद्वान भंते धम्म बोधि के देख-रेख में बौद्ध विवाह प्रतिज्ञा-पत्र पढ़कर और संविधान की शपथ लेकर शादी की और दोनों एक-दूजे के हो गए।
दूल्हा विनोद कुमार पासवान ने बताया कि बाबा साहब के संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत हमें अधिकार मिला है कि लड़का-लड़की अपनी पसंद से शादी कर सकते है। उसी संविधान की बदोलत हमने यह विवाह किया है। हमने शादी में मनुवादी का कोई रीति-रिवाज का पालन नहीं किया। सिर्फ बौद्ध विवाह प्रतिज्ञा-पत्र पढ़कर और संविधान की शपथ लेकर पवित्र रिश्ते में बंधे हैं, और अपने बड़े-बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त किया।
वर्तमान में दूल्हा विनोद कुमार पासवान जी उच्च विद्यालय गैवी इतासंग नालंदा में अंग्रेजी भाषा के लोकप्रिय शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं, साथ ही साथ ये बौद्ध धर्म भगवान बुद्ध से प्रेरित हैं। जबकि दुल्हन सत्यवती पुष्पांजलि शिक्षक प्रशिक्षण (बीए.बीएड) प्राप्त की हुई है। साथ ही साथ सामाजिक कार्य करते हुए भगवान बुद्ध और डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों को आगे बढानें में निरंतर लगी हुई है। शिक्षाविद् दूल्हा विनोद कुमार पासवान जी ने बताया कि साफ-सुथरी और आडम्बर मुक्त शादी करके हमे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। युवाओं को मेरी और से यही संदेश है कि जो शादियों में कई परंपराएं होती है जिनमें लोग उलझ जाते है कई बार विवादित स्थिति बन जाती है इसलिए हमने यह शादी बौद्ध रीति-रिवाज से की है और युवाओं को भी इस रीति-रिवाज से शादी करने की सलाह देता हूँ। शादियों में लोग बेवजह लाखों रुपए खर्च कर देते हैं। उस पैसे को लोग शिक्षा-दीक्षा में लगायें। इस आदर्श शादी के सैकड़ो लोग साक्षी बने। इस अनोखी शादी पर अचरज के साथ लोगों के बीच खूब चर्चाएं हुई।
इस दौरान दूल्हा-दुल्हन को बामसेफ नालंदा के उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता राकेश बिहारी शर्मा, कॉंग्रेस नेता डॉ. अमित कुमार पासवान, समाजसेवी सरदार वीर सिंह, विश्व मोहन राकेश, सुमन कुमार, बलराम रजक, नरेश दास, मीनू कुमारी, संजय कुमार सहित अन्य कई जनप्रतिनिधियों ने भी दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया।
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