कॉमरेड विजय कुमार यादव के श्राद्ध कर्म पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन, लोगों ने दी नम आँखों से श्रद्धांजलि..!!
बिहारशरीफ, 5 अक्टूबर 2023 : स्थानीय वैभव होटल सोहसराय में 4 अक्टूबर की देरशाम को नालंदा के पूर्व सांसद व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कद्दावर व कर्मयोगी, वीर योद्धा विजय कुमार यादव के श्राद्ध कर्म पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जबकि संचालन स्वर्गीय विजय कुमार यादव के भगना श्री मनीष चन्द्र राय ने किया। श्रद्धांजलि सभा में दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। मौके पर उपस्थित भाकपा के नेता एवं कई जनप्रतिनिधियों ने स्वर्गीय विजय कुमार यादव के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए कॉमरेड मोहन प्रसाद ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी के निर्भीक एवं जाँबाज़ सिपाही कॉमरेड विजय कुमार यादव के निधन से पार्टी और समाज को अपूरणीय क्षति हुई है वे बीड़ी मजदूर, भूमि संघर्ष के योद्धा एवं पार्टी के समर्पित नेता थे। आज के वर्तमान राजनीतिक परिवेश में जब उनकी सर्वाधिक आवश्यकता थी तब वे हम सब को छोड़कर चले गए, हम जब भी उनके राजनीतिक जीवन के संदर्भ में सोचते हैं तो लगता है कि संयोग से ही कॉमरेड विजय कुमार यादव जैसे व्यक्तित्व का जन्म होता है, वे सदैव जाति और धर्म की राजनीति का मुखालफत करते रहे, भ्रष्टाचार और अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करते रहे।
मौके पर शिक्षक नेता राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि कॉमरेड विजय कुमार यादव जी छात्र आंदोलन के माध्यम से राजनीति में आए थे। वे समतामूलक, वर्गविहीन समाज की स्थापना करना चाहते थे। ये बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय में वकालत के दौरान राजनीति में सक्रिय हुए थे। 1965 में बीड़ी मजदूरों एवं खेतिहर मजदूरों के आंदोलन से जुड़े और आखिरी सांस तक जांबाज सिपाही की तरह कम्युनिस्ट आंदोलन को गति दी। बदलाव की लड़ाई में शासक वर्ग से कभी हार नहीं माने। कॉमरेड विजय कुमार यादव जी की विरासत, बराबरी और न्याय के लिए संघर्ष में हमें सदैव प्रेरणा देती रहेगी।
कॉमरेड शिवकुमार यादव ने कहा कि संविधान की मूल प्रस्तावना धर्म निरपेक्षता व समाजवाद की परिकल्पना को आत्मसात करते हुए स्वर्गीय विजय कुमार यादव जी आजीवन मेहनतकशों, किसानों और शोषितों के हक-हकूक की लड़ाई लड़ते रहे। इसके चलते वो पूरे क्षेत्र में एकता के प्रतीक थे। उनके बताए हुए रास्तों व विचारों पर चलते हुए किसानों व मेहनतकशों के हक व अधिकार की लड़ाई लड़ना ही विजय कुमार यादव जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्रद्धांजलि सभा का संचालन कर रहे विजय कुमार यादव के भगना श्री मनीष चन्द्र राय ने कहा स्वर्गीय विजय कुमार यादव का बचपन आम-आवाम के बीच में बीता और वे आजीवन बीड़ी मजदूरों एवं खेतिहर मजदूरों के समस्याओं को लेकर काफ़ी सक्रिय रहे।
भारतीय स्वतंत्र शिक्षण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भारत मानस ने कहा- स्वर्गीय विजय कुमार यादव जी अपनी निर्भीकता और मजदूर वर्ग आंदोलन के प्रति प्रतिबद्धता के कारण वे गरीबों-मजदूरों व समस्त वाम कतारों के बीच काफी प्रसिद्ध थे। उनका निधन समस्त मजदूर वर्ग आंदोलन की अपूरणीय क्षति है।
श्रद्धांजलि सभा को भाकपा नेता कॉमरेड विजय पासवान, समाजसेवी धीरज कुमार, शुभम कुमार, कॉमरेड उमेश चंद्र चौधरी, कॉमरेड किशोरी साव, कॉमरेड दिनेश चौधरी, चुन्नू यादव, अर्जुन यादव, रंजीत कुमार, कुंदन कुमार, कॉमरेड अनिल कुमार, रविंद्र पासवान, सतीश चंद्र राय, ब्रजेश कुमार, कमलेश कुमार आदि ने संबोधित किया।
श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए सीएम नीतीश कुमार एवं पूर्व सीएम जीतन राम मांझी
श्राद्ध कर्म में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी विजय कुमार यादव के पैतृक आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि वे कम्युनिस्ट के वीर योद्धा थे। गांवों और गरीबों की भलाई के लिए संघर्ष के प्रतीक थे। सामाजिक समीकरणों को उन्होंने कई दशकों तक सहेजने व एकसूत्र में पिरोने का काम किया। उनका व्यक्तित्व व कृतित्व समाज के लिए एक मिसाल है।
विजय बाबू की बहू धर्मशीला देवी, पोता सत्य प्रकाश, शशि प्रकाश, भतीजा मनीष यादव ने कहा कि विजय बाबू सीपीआई के कद्दावर नेता थे। वे नालंदा से तीन बार सांसद और दो बार विधायक चुने गये थे। काफी दिनों से वे अस्वस्थ थे। 23 सितंबर को सोहसराय स्थित पैतृक आवास में आखिरी सांस ली थी। भतीजा मनीष यादव ने माननीय मुख्यमंत्री से सोहसराय चौक पर पूर्व सांसद विजय कुमार यादव की आदमकद प्रतिमा लगाने एवं सोहसराय चौक का नाम विजय चौक रखने की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को तुरंत कार्यवाई का आदेश दिया। पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी अपने समर्थकों के साथ सोहसराय उनके पैतृक आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।
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