नालंदा में बामसेफ का BS4 कार्यक्रम संपन्न: संवैधानिक अधिकारों पर विशेष चर्चा..!!
बिहारशरीफ, 26 अगस्त 2024 : 25 अगस्त की देरशाम नालंदा बामसेफ क्लस्टर का BS4 कार्यक्रम स्थानीय बिहारशरीफ के मद्रास होटल में सफलतापूर्वक यह अधिवेशन संपन्न हुआ। जिसकी अध्यक्षता बामसेफ के जिलाध्यक्ष जाहिद हुसैन एवं राष्ट्रीय प्रखर वक्ता मू० डॉ. एम.पाल ने किया। जबकि इस सत्र का संचालन बामसेफ सचिव मू० राजेश कुमार रमन एवं नालंदा बामसेफ कोषाध्यक्ष मू०रंजित कुमार पासवान ने किया। यह अधिवेशन दो सत्र में किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ सुबह 10:30 बजे ध्वजारोहण और राष्ट्रगीत के साथ हुआ।
कार्यक्रम के पहले सत्र का विषय “भारतीय संविधान को लागू करने की बोली तय करेगी आगामी शासन की दिशा – प्रचार करो, विस्तार करो, प्रस्थापित करो” था। इस सत्र की प्रस्तावना प्रदेश संगठन सचिव मू० केशो जमादार ने रखी, जबकि राष्ट्रीय संविधान प्रबोधक मू० ई० उमेश रजक ने विस्तार से बताया कि कैसे एससी-एसटी आरक्षण को संविधान के विरुद्ध समाप्त करने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। उन्होंने कॉलेजियम सिस्टम की खामियों और इसके लोकतंत्र पर पड़ने वाले प्रभावों पर भी चर्चा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रखर वक्ता मू० डॉ. एम.पाल ने भारतीय संवैधानिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए और बताया कि संविधान के लागू नहीं होने से आम जनमानस को कितनी समस्याएँ झेलनी पड़ती हैं। देश की कई पार्टियों और संगठनों ने हमारे बामसेफ संगठन के BS4 कार्यक्रम को कॉपी किया और 2024 के चुनाव में इसे मुद्दा बनाया। उन्होंने कहा कि यह BS4 कार्यक्रम पूरे देश में 200 स्थानों पर हो रहा है। यह कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी और इसके परिणामस्वरूप लोकसभा में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सांसदों ने ‘जय संविधान’ का नारा दिया था।
मौके पर उदघाटन भाषण में जिला परिवहन पदाधिकारी नालंदा अनिल कुमार दास ने संविधान को लागू करने की चुनौतियों और उनके समाधान पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने समाजिक समरसता की रक्षा करना ही राष्ट्र की प्रगति का मार्ग बताया। उन्होंने उपस्थित लोगों को शिक्षित, संगठित और संघर्षशील बने रहने का आह्वान किया।
मौके पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मू० प्रोफेसर (डॉ.) लक्ष्मीकांत सिंह ने देश में चल रहे वर्तमान सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक विवादों पर भी विस्तार पूर्वक चर्चा की। भारतीय संस्कृति क्या है? उसको विश्लेषण के साथ समझाया और स्पष्ट किया की मनुवादी और तथागत बुद्ध के दर्शन को अपना दर्शन बताकर देशवासियों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि, भय और भ्रम मनुवादियों का हथियार है। जिसके माध्यम से वे लोकतांत्रिक भारत में सत्ता के सर्वोच्च शिखर पर बैठे हुए हैं और वे शासन संविधान से न चलाकर अपनी मनुवादी सांस्कृतिक मूल्यों के माध्यम से चला रहे हैं। उन्होंने बड़े स्पष्ट शब्दों में कहा कि, हमारा संविधान देश के समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय प्रदान करता है। किन्तु सत्तासीन लोग भारत के मूल निवासियों को हिस्सेदारी देने की बात तो बहुत दूर, उसपर चर्चा तक नहीं करते हैं। इसलिए बामसेफ संगठन और उसके आफसूट विंग्स बीएस फोर के माध्यम से जनजागरण पैदा कर रही है। उन्होंने कहा की, बामसेफ संगठन जातियों में बिखरे हुए लोगों की जमात बनाना चाहता है क्योंकि बिना जमात बने भारत का मूलनिवासी बहुजन समाज शासक नहीं बन सकता और जब तक वह शासक नहीं बनेगा, तब तक वह अपने समाज का भला नहीं कर सकता।
दूसरे सत्र की शुरुआत दोपहर 1 बजे से हुई। इस सत्र का विषय “मूल निवासी बहुजनों का सामाजिक अभिसरण ही राष्ट्र निर्माण का सरल समीकरण” था। इस सत्र की प्रस्तावना प्रदेश संगठन सचिव मू० केशो जमादार ने पढ़ीं।
मौके पर बामसेफ के प्रदेश उपाध्यक्ष शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ० राजिव रंजन ने देश में सही तरीके से संविधान लागू नहीं होने के कारण भारत में चिकित्सा और शिक्षा की कमी पर प्रकाश डाला। तथा महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों पर भी विस्तार पूर्वक चर्चा की। तथा कॉलेजियम सिस्टम का जमकर विरोध किया, और महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों पर जानकारी व संवैधानिक हक और अधिकारों पर चर्चा की। उन्होंने युवाओं को इस तरह के संवैधानिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
मौके पर अधिवेशन संचालन करते हुए नालंदा बामसेफ सचिव मू० राजेश कुमार रमन ने कहा आज बामसेफ और इसके ऑफ शूट विंग्स जैसे मूलनिवासी संघ, मूलनिवासी विद्यार्थी संघ जैसे संगठनों ने इसे पूरे भारत में फैला दिया हैं। इस समय देश में हजारों की संख्या में संविधान प्रबोधक गांव-गांव, घर-घर जाकर मूलनिवासी बहुजन समाज के बीच संविधान को बिल्कुल ही आसान और सरल भाषा में बता रहे हैं। आज ऐसे हजारों लोग है जो बीएस फोर अभियान के कारण ही वे संविधान में दिए गये अपने मौलिक अधिकारों से परिचित हो पाए हैं और संविधान को जान पाए हैं।
इस क्लस्टर अधिवेशन में क्लस्टर प्रभारी श्रीकांत कुमार, बामसेफ नालंदा के जिलाध्यक्ष मू० जाहिद हुसैन, उपाध्यक्ष मू० राकेश बिहारी शर्मा, पासवान अधिकार मंच नालंदा के अध्यक्ष मू० रंजित कुमार पासवान, डॉक्टर मू० सुविर कुमार, चंदन कुमार, रंजीत कुमार, शिवबालक पासवान, अमिताभ कुमार, चिंटू कुमार सहित कई अन्य वक्ताओं ने भी अपने-अपने विचार रखे। कार्यक्रम के अंत में, संविधान की रक्षा और संवर्धन के लिए संगठित और सतर्क रहने का संकल्प लिया गया। कार्यशाला में उपस्थित लोगों ने बामसेफ के इस प्रयास की सराहना की और संविधान की रक्षा के लिए संगठित होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया।
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