छठ पूजा में सेवाभाव से चन्द्रवंशी समाज लगाते हैं चाय स्टाल ...!!
सोहसराय-लोह्गानी 8 नवम्बर 2024 : लोक आस्था का महापर्व सूर्य देव की उपासना एवं छठ पूजा के शुभ अवसर पर हर कोई व्रत रखने वालों की सेवा के लिए कार्य करता दिखता है। कुछ इसी सेवाभाव को लेकर स्थानीय तूफानगंज के चन्द्रवंशी समाज पिछले 15 वर्षों से चाय स्टाल लगाते आ रहे हैं।
नगर के स्थानीय लोह्गानी छठ घाट पर चन्द्रवंशी समाज द्वारा छठ पर्व पर अस्ताचल सूर्य एवं उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के दिन चाय का स्टाल लगाया है। जिसमें बिस्कुट और ब्रेड भी पूजा के लिए घाट पर आए लोगों को दिया गया है।
मौके पर चन्द्रवंशी समाज के विनोद कुमार चंदेल ने बताया कि छठ पूजा पर मन में विचार आया कि शहर के कोने-कोने से लोह्गानी छठ घाट पर लोग आते हैं तो उनकी सेवा करने के उद्देश्य से बीते 15 साल पहले से यह कार्य शुरु हुआ। जो निरंतर आगे भी जारी रहेगा। चंदेल ने व्रतियों को स्वयं अपने हाथों से चाय, कॉफी बनाकर अपनी सक्रिय टीम के माध्यम से व्रतियों को सेवा देने का कार्य किया।
समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि छठ ना केवल धार्मिक दृष्टि से महत्व रखता है बल्कि यह एक ऐसा पर्व है जो सामाजिक सद्भाव का भी संदेश देता है। यही वजह है कि इस मौके पर समाज के हर वर्ग के लोग भगवान सूर्य के प्रति आस्था व्यक्त करते हैं। सामाजिक धार्मिक भेदभाव से दूर यह पर्व हर व्यक्ति के लिए अहम है। यही वजह है कि सभी की भागीदारी होती है। उन्होंने कहा की ‘धारयति इति धर्म: जो धारण करने योग्य हो उसे हम धर्म कहते हैं। और मेरा मानना है कि सबसे बड़ा धर्म मानव सेवा ही है। सेवा ही धर्म है जय मानव! जय भारत! का नारा देते हुए कहा कि यह पर्व बिहार ही नहीं पूरी देश-विदेश में आज धूमधाम से मनाई जा रही है। संतान एवं समाज की रक्षा सुरक्षा का यह पर्व पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वेदों में प्रमाण मिलता है की सतयुग मैं रामायण काल मैं श्रीराम एवं मां सीता ने भी भास्कर की पूजा की थी। दरअसल, छठी माता, सूर्य भगवान और छठ व्रतियों के सम्मान में ही ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चन्द्रवंशी समाज की चाय पीकर लोग पुण्य का भागी बनाएंगे, और उन्हें आशीर्वाद देंगे, जिससे कि समाज की और तरक्की होगी।
इस जन-उपयोगी कार्यक्रम में मुख्य रूप से विनोद कुमार चंदेल, ओम प्रकाश, राकेशेश्वर राम, पप्पू राम, सत्येंद्र कुमार, विजय राम, तोता कुमार, मुनेश्वर राम सहित चन्द्रवंशी समाज के दर्जनों लोगों ने सहयोग किया।
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