नाई संघ के सदस्यों ने मनाई जननायक कर्पूरी ठाकुर की 101 वीं जयंती...!!
● नालंदा नाई संघ ने भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की 101वी जयंती मनायी
बिहारशरीफ, 28 जनवरी 2025: नालन्दा जिले के अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन के सदस्यों व पदाधिकारियों ने मंगलवार को सामुदायिक भवन रामचन्द्रपुर नाला रोड़ स्थित सभागार में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की 101वीं जयंती उनकी तस्वीर पर पुष्प माला अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
तदोपरांत अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन जिला शाखा नालंदा का नवीन जिला कार्यकारणी का गठन किया गया।
जिसकी अध्यक्षता संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री देवकिशुन ठाकुर ने किया।
सम्मेलन में संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री रंजीत कुमार शर्मा को सर्वसम्मति से जिलाध्यक्ष निर्वाचित घोषित किये गए।
चुनाव पर्यवेक्षक प्रदेश अध्यक्ष श्री देवकिशुन ठाकुर ने एक सप्ताह के अंदर पूरी कार्यकारणी का गठन कर प्रदेश को सूचित करने को कहा।
कर्पूरी ठाकुर सादगी पूर्ण जीवन एवं उच्च विचार के प्रतिमूर्ति थे :
सम्मेलन एवं जयंती समारोह के मौके पर कार्यक्रम के संयोजक राकेश बिहारी शर्मा ने भारत रत्न स्व. कर्पूरी ठाकुर का गुणगान करते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी का जन्म 24 जनवरी 1924 को समस्तीपुर के कपूरी ग्राम में हुआ था। वे दो बार मुख्यमंत्री, एक बार उपमख्यमंत्री और दशकों विधायक और विरोधी दल का नेता भी रहे। एक बार समस्तीपुर का सांसद भी रहे लेकिन अपने लिए एक पक्का का मकान ना बना सके कोई ऐसा मुख्यमंत्री शायद ऐसा हो जो सादगीपूर्ण जीवन जिया हो। कर्पूरी ठाकुर सादगी पूर्ण जीवन एवं उच्च विचार के प्रतिमूर्ति थे। वे मुख्यमंत्री पद पर रहकर केवल जनता की भलाई के लिए कार्य किये। उन्होंने कहा कर्पूरी ठाकुर ने गरीबो के विकाश के लिए आरक्षण के सवाल पर महत्वपूर्ण कार्य किये। आज उनके आरक्षण फॉर्मूले को केंद्र स्तर पर लागु किया जाना चाहिए।
जन-जन के नेता थे जननायक कर्पूरी ठाकुर :
समारोह के उद्घाटनकर्ता अखिल भारतीय नाई संघ (ट्रेड यूनियन) बिहार के प्रदेश अध्यक्ष एवं संघ चुनाव के पर्यवेक्षक देव किशुन ठाकुर ने कहा पूर्व मुख्यमंत्री जन नायक कर्पूरी ठाकुर ने राजनीति भी समाज के विकास की भावना से किये। वे जाति के लिए नही बल्कि सभी जातियों के लिए कार्य किये। उन्होने बिहार के विकास के लिए कई ठोस कदम उठाकर प्रदेश का नाम देश में ही नही विदेशो तक पहुचाने का कार्य किये। इसलिए उन्हे जन जन के नेता जन नायक कहा जाता है।
जननायक कर्पूरी ठाकुर ने उर्दू को बिहार की दूसरी भाषा की मान्यता दिलाई :
मौके पर समाजसेवी मो. दानिश मलिक ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने काफी संघर्ष किया। वे समाज के वंचित, शोषित, दलित, महा दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा, किसान सहित माइनॉरिटी के लोगों को समाज की मुख्यधारा और विकास के पथ पर ले जाने का प्रयास अंतिम सांस तक करते रहे। मो.मलिक ने कहा- कर्पूरी ठाकुर ही एक ऐसे समाजवादी नेता थे जिन्होंने उर्दू को बिहार की दूसरी भाषा की मान्यता दिलाई। इसलिए उनके विचारों को जिंदा रखने के लिए समाज की नई पीढ़ी के युवाओं को आगे आना होगा। तभी हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर पाएंगे। कर्पूरी ठाकुर हमेशा मुखर होकर सामंतवादी और जाति धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने वाले लोगों के खिलाफ हमेशा आवाज बुलंद किया करते थे।
गरीबों और दबे-कुचले की आवाज थे कर्पूरी ठाकुर :
नाई संघ के जहानाबाद जिलाध्यक्ष महेश ठाकुर ने कहा- कर्पूरी ठाकुर की जयंती के बहाने बिहार के लगभग सभी दल कर्पूरी ठाकुर की विरासत का दावा करते हैं। कपूरी ठाकुर बिहार की राजनीति में गरीबों और दबे-कुचले वर्ग की आवाज बनकर उभरे थे।
कर्पूरी जी ने पिछड़ा वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरी में आरक्षण की पहल की :
मौके पर मेयर प्रतिनिधि मनोज कुमार ताती ने कहा कि बिहार के नाई परिवार में जन्में श्रीठाकुर अखिल भारतीय छात्र संघ में रहे। लोकनायक जयप्रकाश नारायण व समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया इनके राजनीतिक गुरु थे। बिहार में पिछड़ा वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरी में आरक्षण की व्यवस्था कराने की पहल की थी।
आज सभी राजनीति पार्टी कर्पूरी ठाकुर की पूजा करते हैं :
समाजसेवी डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि देश के आर्थिक विकास मे अहम भूमिका निभाने वाले समाजवादी पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर ने पद पर रहकर केवल जनता के लिए कार्य किये। आज जितनी भी राजनीति पार्टी है उनकी पूजा करते है पर उनके विचार व कार्य को सम्मान नही करते। केवल जयंती व पुण्यतिथि पर याद कर लेते हैं। पर अभी तक उनके फॉर्मूले को केंद्र स्तर पर लागू नहीं किया गया।
कर्पूरी ठाकुर को मंडल-कमंडल के नाम पर भला-बुरा कहा :
समाजसेवी शिप्पू ठाकुर ने कहा- आज सभी लोग कर्पूरी ठाकुर की जयंती श्रद्धा से मनाते हैं। जिसका एक ही मकसद है राजनैतिक लोगों का कैसे वोट बैंक बढ़े। एक समय था जब कुछ लोग उन्हें मंडल-कमंडल के नाम पर भला-बुरा कहा करते थे। उन्होंने कहा- जननायक कर्पूरी ठाकुर जी समरस समाज की कल्पना की थी।
जहानाबाद जिला सचिव दिनेश ठाकुर ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने जातिगत राजनीति से ऊपर उठकर देश ही नहीं विदेशों में अपनी ईमानदारी का लोहा मनवाया। देश के जननायक को केंद्र सरकार ने भारत रत्न देकर उनका सम्मान किया है।
मौके पर समाजसेवी रणजीत कुमार अकेला ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर राजनीतिक जीवन में उनका कृतित्व अनुकरणीय है। उन्होंने पिछडे, दलितों और अगड़ी गरीब जातियों के लिए भी आरक्षण दिया, इसलिए उन्हें जननायक कहा जाता है। केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष इन्हें मरणोपरांत भारत रत्न दिया।
इस अवसर पर प्रोफेसर रेणु कुमारी, रीता देवी, तमन्ना कुमारी, अधिवक्ता सुरेंद्र प्रसाद, अधिवक्ता सुबोध कुमार, धीरज कुमार, सविता बिहारी, बबली ठाकुर, रामाशीष ठाकुर, सुधीर कुमार शर्मा,राजेश कुमार ठाकुर, सुनीता कुमारी, रीता कुमारी, श्रीराम शर्मा, लक्ष्मण शर्मा, रामप्रवेश शर्मा, रामाश्रय शर्मा,बबलू कुमार, विक्रम शर्मा, जनार्दन ठाकुर, कृष्णा ठाकुर सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
कृपया कमेंट बॉक्स में कोई भी स्पैम लिंक न डालें - शंखनाद