मॉर्निंग वॉक के सदस्यों ने मनाया पृथ्वी दिवस, पौधा लगाकर लिया सुरक्षा का संकल्प

●पेड़ पौधे ही जीवन को सुरक्षित कर सकते हैं : राकेश बिहारी 
●बगैर पर्यावरण के हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकते
●प्लास्टिक पॉलीथिन का उपयोग बंद कर कपड़े के थैले का उपयोग करें
बबुरबन्ना, 23अप्रैल 2025 : साहित्यिक भूमि बबुरबन्ना में बुधवार को रोड के किनारे पौधे लगाकर “विश्व पृथ्वी दिवस” मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शंखनाद के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा ने किया।
मौके पर अध्यक्षता करते हुए शंखनाद के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि 22 अप्रैल 1970 से पर्यावरण, पृथ्वी और जीवन के संरक्षण के लिए प्रत्येक वर्ष पृथ्वी दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह हमारा कर्तव्य है कि हम प्रकृति को बचाने और संरक्षित करने में मदद करें। क्योंकि पृथ्वी सभी जीवों के लिए जीवनदायिनी है। जीवन जीने के लिए जिन प्राकृतिक साधनों की जरूरत, एक पेड़, एक जानवर या फिर एक इंसान की होती है, वहीं पृथ्वी वह सब हमें प्रदान करती है। जबकि वक्त के साथ सभी जरूरी प्राकृतिक संसाधनों का निरंतर दोहन हो रहा है, जिसके संरक्षण की आवश्यकता है। नहीं तो भविष्य में पृथ्वी पर मनुष्य का जीवित रह पाना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाते हुए कहा कि कम से कम प्रत्येक वर्ष दो पौधा लगाकर उसकी सुरक्षा एवं देखभाल कर वृक्ष बनाने को कहा, अपने आसपास के तालाब, नदी, पोखर एवं अन्य जल स्रोतों को प्रदूषित होने से बचायेंगे तथा इसके लिए दूसरों को भी प्रेरित करेंगे, अपने घर और आसपास में वर्षा के जल संचय हेतु अपने परिवार के सदस्यों को प्रेरित करेंगे, बिजली का उपयोग आवश्यकता अनुसार ही करेंगे, अपने घर और आस-पड़ोस को स्वक्ष रखेंगे, प्लास्टिक पॉलीथिन का उपयोग बंद कर कपड़े कागज के थैले का उपयोग करेंगे, जीव जंतुओं में पशु-पक्षियों के प्रति प्रेम भाव रखेंगे समेत अन्य संकल्प दिलाया।
मौके पर समाजसेवी सरदार भाई वीर सिंह ने कहा कि यह परमात्मा की चेतावनी है कि यदि हम अपने रहन-सहन एवं कार्य करने की शैली को न बदलेंगे तो करोना जैसे अन्य संकटों का सामना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों एवं वेदों में भी वातावरण एवं पृथ्वी के संरक्षण का संदेश दिया गया है। वातावरण को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि अधिक से अधिक पौधे लगाए जाएं। अगर प्रत्येक मनुष्य एक पौधा भी लगाए तभी प्रकृति का अस्तित्व कायम रह सकता है।
इस अवसर पर सुरेश प्रसाद, राजदेव पासवान, अमर सिंह, राम प्रसाद चौधरी, अर्जुन प्रसाद, राजवल्भ प्रसाद आदि समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

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