अधिकारों को पाने के लिए एकजुटता जरूरी: त्रिलोक सिंह निषाद...!!
बिहारशरीफ, 22 जून 2025 : बिहार शरीफ के तकियाकला मोहल्ले में केवट समाज के विभिन्न मुद्दों को लेकर बैठक की गई। जिसकी अध्यक्षता समाजसेवी वालेश्वर प्रसाद ने किया।
इस दौरान बैठक के मुख्य अतिथि बिहार निषाद संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री त्रिलोक सिंह निषाद ने कहा कि केवट समाज को कमजोर आकने वालों को अब मिलकर शक्ति बताने की जरूरत है। अधिकारों और हक की लड़ाई के लिए सभी को संगठित होकर आगे आना होगा। हमारा समाज हमेशा दूसरे के लिए लड़ाई लड़ता रहा, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हम सब अब अपनी लड़ाई खुद लड़ेंगे। उन्होंने कहा- बिहार में 11 प्रतिशत केवट समुदाय है पर आजादी के 78 वर्ष बाद भी उक्त समुदाय आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक, राजनैतिक एवं व्यावसायिक दृष्टिकोण से पिछड़ा हुआ है। वर्तमान समय में इस समुदाय के लोगों को अपने अधिकार के लिए संगठित होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा- बिना संगठित हुए उचित अधिकार नहीं मिलेगा। समाज के लोगों ने सरकार से अनुसूचित जाति का दर्जा दिए जाने का मुद्दा उठाया है।
अधिकारों को पाने के लिए एकजुटता जरूरी: त्रिलोक सिंह निषाद मौके पर अध्यक्षता करते हुए समाजसेवी वालेश्वर प्रसाद ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों के बावजूद हमारा समाज अपने अधिकारों से वंचित है। अधिकार व उनके सम्मान को वापस दिलाना हमारी जिम्मेदारी है। इसी लड़ाई को जारी रखने के लिए एक मोर्चा का गठन किया जाना चाहिए।
समाजसेवी अजय भारती ने कहा कि केवट के जो अधिकार है चाहे एससी कैटेगरी में शामिल करने की बात हो या फिर जल जलाशय पर अधिकार की बात हो नियमानुसार सारे सुविधा मुहैया होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें किसी पार्टी से भीख में टिकट नहीं चाहिए बल्कि यह हमारा अधिकार है। वोट हमारा, राज तुम्हारा नहीं चलेगा।
समाजसेवी अनिल कुमार ने कहा अब समाज के हर युवा को आगे आकर अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। अब तक सभी राजनीतिक दलों ने हमें वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है। अब केवट समाज अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो गया है।
मौके पर डॉ. नन्द किशोर प्रसाद ने कहा संगठित होने से, केवट समाज एक मजबूत और एकजुट आवाज उठा सकता है। जिससे उनकी मांगों को अधिक गंभीरता से सुना जाएगा। उन्होंने कहा संगठित होने से, केवट समाज राजनीतिक रूप से अधिक सक्रिय हो सकता है और अपने प्रतिनिधियों को चुन सकता है जो उनके हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मौके पर रामचन्द्र केवट व्यास ने कहा कि केवट समुदाय की आर्थिक स्थिति में सुधार की आवश्यकता है, और उन्हें पारंपरिक व्यवसायों के साथ-साथ अन्य व्यवसायों में भी अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है। केवट समुदाय में शिक्षा का स्तर अभी भी कम है, और शिक्षा को बढ़ावा देना आवश्यक है।
मौके पर स्थानीय वार्ड पार्षद सोनू केवट ने कहा- केवट समुदाय को राजनीतिक रूप से भी सशक्त बनाने की आवश्यकता है, ताकि वे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठा सकें। केवट जाति एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक समुदाय है, जिसके पास एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। इस समुदाय के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है।
इस दौरान समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा, चमारी केवट, रामइतर केवट, रमेश केवट, विकास केवट, अर्जुन प्रसाद, सागर केवट, बुंदेल केवट, अशोक कुमार, शिव शंकर कुमार, सीताराम केवट सहित कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
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