स्वतंत्रता सेनानी नक्षत्र मालाकार की 120 वीं जयंती मनाई गई...!!

● सिद्दत के साथ याद किए गए भारत के रॉबिनहुड नक्षत्र मालाकार
●भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के विस्मृत योद्धा हैं नक्षत्र मालाकार
 
बिहारशरीफ,बबुरबन्ना-नालंदा 09 अक्टूबर 2025 : स्थानीय साहित्यिक भूमि बबुरबन्ना स्थित सविता बिहारी निवास में शंखनाद साहित्यिक मंडली के तत्वावधान में शंखनाद के अध्यक्ष साहित्यकार प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह की अध्यक्षता में भारत के रॉबिनहुड, मानव धर्म के सच्चे उपासक नक्षत्र मालाकार की 120 वीं जयंती समारोह मनाई गई। जिसका संचालन शंखनाद के मीडिया प्रभारी शायर नवनीत कृष्ण ने किया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह, महासचिव राकेश बिहारी शर्मा एवं साहित्यसेवी सरदार वीर सिंह ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित तथा दीप प्रज्वलित कर किया।
मौके पर शंखनाद के महासचिव साहित्यकार राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि फणीश्वर नाथ रेणु ने क्रांति योद्धा नक्षत्र मालाकार को चलित्तर कर्मकार बनाकर अमर कर दिया। वैसे, आजादी की लड़ाई के इस अनोखे योद्धा के बारे में वे नहीं लिखते तो भी सीमांचल में नक्षत्र मालाकार किसी परिचय के मोहताज नहीं थे। वे उन लोगों में से थे जो अपने जीवनकाल में ही किवदंती बन जाते हैं। नक्षत्र मालाकार भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक ऐसे योद्धा थे जिन्हें इतिहास के पन्नों में शायद ही कोई याद करता है। उन्हें ब्रिटिश सरकार और देशी शासकों द्वारा 'कम्युनिस्ट', 'डकैत' और 'रॉबिन हुड' के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा कि नक्षत्र मालाकार का जन्म 9 अक्टूबर 1905 को बिहार के वर्तमान में कटिहार और पुराने पूर्णिया जिले के समेली ग्राम निवासी स्व लब्बू माली के चतुर्थ पुत्र के रूप में हुआ था। उनका जीवन अन्याय और शोषण के खिलाफ संघर्ष का जीवंत उदाहरण है। किशोरावस्था में ही उन्होंने साम्राज्यवाद, सामंतवाद, और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ विद्रोह का रास्ता चुना।
मौके पर अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह ने कहा कि नक्षत्र मालाकार भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के विस्मृत योद्धा हैं। वे साम्राज्यवाद और सामंतवाद के विरोधी थे। स्वतंत्रता सेनानी नक्षत्र मालाकार कांग्रेस, कांग्रेस सोशलिस्ट और कम्युनिस्ट तीनों पार्टियों में अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता थे। लेकिन, आज बिहार की नई पीढ़ी क्रांतिकारी योद्धा नक्षत्र मालाकार को नहीं जानती है। स्वतंत्रता संग्राम में इनके योगदान का कोई विधिवत संरक्षण नहीं किया गया।
हिंदी के नामचीन विद्वान प्रोफेसर डॉ. शकील अहमद अंसारी ने कहा- नक्षत्र मालाकार ने अपना पूरा जीवन गरीबों और वंचितों के अधिकारों और मुक्ति के लिए संघर्ष करने में बिताया। उन्होंने न केवल ब्रिटिश शासन के खिलाफ बल्कि दमनकारी सामंतवाद के खिलाफ भी लड़ाइयाँ लड़ीं। 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान, मालाकार ने बिहार के कटिहार और आसपास के इलाकों में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह किया था।
मौके पर अपने संबोधन में साहित्यकार एवं ओजस्वी कवि राजहंश कुमार ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले उच्च वर्ग के स्वतंत्रता सेनानियों, राजा-महाराजाओं के योगदान को अभिलेखों के माध्यम से आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया जाता है। लेकिन दलितों और पिछड़ों के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को धीरे-धीरे मिटाने की कोशिश की जा रही है। इतिहास कुछ लोगों के साथ बड़ा अन्याय करता है और उन्हें जन मानस में वह स्थान नहीं दिलवा पाता जिसके वे अधिकारी होते हैं। ऐसे ही एक विराट व्यक्तित्व थे स्वतंत्रता सेनानी नक्षत्र मालाकार जी।
शंखनाद के कोषाध्यक्ष भाई सरदार वीर सिंह ने कहा- भारत में साम्राज्यवाद और सामंतवाद विरोध के जीवंत मिसाल थे नक्षत्र मालाकार। उन्होंने बताया कि भारत के महान कथाकार एवं रिपोतार्ज उपन्यासकार फणीश्वर नाथ रेणु ने नक्षत्र मालाकार को चलित्तर कर्मकार बनाकर अमर कर दिया।
मौके पर मंच संचालन करते हुए शंखनाद के मीडिया प्रभारी शायर नवनीत कृष्ण ने कहा कि 40 और 50 के दशक में बिहार ही नहीं पुरे देश में नक्षत्र मालाकार के नाम का डंका बजता था। उन्होंने कहा- नक्षत्र मालाकार नमक सत्याग्रह, विदेशी कपड़ों की होली और शराब दुकानों की पिकेटिंग से शुरू उनका राजनीतिक सफर कांग्रेस से होते हुए सोशलिस्ट पार्टी की तरफ मुड़ा और सीपीएम पर खत्म हुआ था।
इस दौरान डॉ.हजारी लाल गुप्ता, समाजसेवी धीरज कुमार, सविता बिहारी, अरुण बिहारी शरण, आयुष राज, स्वाति कुमारी, वैष्णवी कुमारी, अनिता देवी, विजय कुमार व अन्य ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ककड़िया विद्यालय में हर्षोल्लास से मनाया जनजातीय गौरव दिवस, बिरसा मुंडा के बलिदान को किया याद...!!

61 वर्षीय दस्यु सुंदरी कुसुमा नाइन का निधन, मानववाद की पैरोकार थी ...!!

ककड़िया मध्य विद्यालय की ओर से होली मिलन समारोह का आयोजन...!!