“दैनिक नूतन संध्या” अखबार के स्थापना दिवस पर साहित्यकार, समाजसेवी, शिक्षाविद् एवं मंत्री हुए सम्मानित ..!!

बिहारशरीफ 19 जून 2022 : रविवार को महादेव मैरेज हॉल एण्ड पार्टी प्वाईंट मणिराम अखाड़ा, बिहारशरीफ में डिजिटल ई-पेपर “दैनिक नूतन संध्या” अखबार का पहला स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता नूतन संध्या के प्रबन्ध निदेशक विनय कुमार कुशवाहा तथा संचालन मगही कवि उमेश प्रसाद ‘उमेश’ ने किया। सरस्वती संगीत महाविद्यालय के प्राचार्य राकेश भारती ने अपने टीम के साथ स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
समारोह का विधिवत उद्घाटन नालंदा सासंद कौशलेंद्र कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री माननीय श्री श्रवण कुमार एवं बिहार सरकार के मुख्य सचेतक एमएलसी श्रीमती रीना यादव, संपादक नूतन कुमारी ने केक काटकर किया।
मौके पर जिले के शिक्षाविदों, समाजसेवियों, साहित्यकारों, पत्रकारों तथा सासंद एवं मंत्री को अंगवस्त्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। 
समारोह में सम्मान पाने वाले लोगों में संपादक, दैनिक नूतन संध्या नूतन कुमारी, ममता हॉस्पिटल रांची रोड, बिहार शरीफ डॉ. सुनील कुमार, हड्डी अस्पताल भराव पर बिहारशरीफ डॉ. चंदेश्वर प्रसाद, शंखनाद के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा, एरिस्टोटल वायोलॉजी धनेश्वरघाट बिहारशरीफ आशुतोष कुमार, ए टू जेड केमिस्ट्री धनेश्वरघाट बिहारशरीफ मनोज कुमार, द बॉस ऑफ मैथमेटिक्स कमरुद्दीनगंज बिहार शरीफ किरण सर, रजनीश कुमार सिंह उर्फ राजू सिंह, वार्ड पार्षद, वार्ड नंबर 32 अमीर खुसरो उर्फ पप्पू वनौलिया, केएसटी कॉलेज, बिहार शरीफ डॉ. अशोक कुमार, डॉ. (मेजर) अजय कुमार, सिंपी कुमारी, श्मि कुमारी किसान कॉलेज, चेयरमैन, डैफोडिल पब्लिक स्कूल रंजीत प्रसाद सिंह, विनय कुमार श्रीवास्तव, तनु आईटीआई बिहारशरीफ सुजीत कुमार सिन्हा, सृष्टि जनचेतना अधिकार संस्था राजेश ठाकुर, शिक्षक संघ गोप गुट अध्यक्ष श्रीमती सुनीता सिन्हा, डॉ. शशिकांत कुमार टोनी, डॉ. आशुतोष कुमार, सरस्वती संगीत महाविद्यालय राकेश भारती, पत्रकार सोनू पाण्डेय, सूरज कुमार, सौरभ कुमार, एस राजा शामिल थे।
मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री माननीय श्री श्रवण कुमार ने कहा कि यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि डिजिटल ई-पेपर दैनिक नूतन संध्या 19 जून 2022 को अपना स्थापना दिवस मना रहा है। पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। सार्वजनिक दायित्व एवं हित से जुड़कर ही पत्रकारिता सार्थक बनती है। सर्वसाधारण की भावनाओं एवं विचारों को सरल, सहज, सुलभ और आसान भाषा में व्यक्त करना एवं अपनी लेखनी के माध्यम से सभ्य समाज की स्थापना करना एक निष्पक्ष एवं ईमानदार पत्रकार का सामाजिक दायित्व है। मुझे विश्वास है कि डिजिटल ई-अखबार नूतन संध्या अपने सामाजिक सरोकारों, प्रतिबद्धता, दायित्व एवं जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए अपने उद्देश्यों की प्राप्ति में सफल होगा। मैं नूतन संध्या के सफल प्रकाशन की मंगलकामना करता हूँ।

नालंदा सासंद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि नालंदा से प्रकाशित डिजिटल हिंदी ‘दैनिक नूतन संध्या’ अखबार अपना प्रथम स्थापना दिवस मना रहा है। नूतन संध्या ने अपने स्थापना काल से ही सामाजिक बदलाव एवं सकारात्मक पत्रकारिता के बल पर जनमानस में अपनी अलग पहचान बनायी है। अखबार समाज और प्रशासन के बीच एक बड़ी कड़ी का काम करता है। इससे समाज को एक नयी दिशा मिलती है। आशा है पिछले साल की तरह ही यह सच्ची पत्रकारिता के क्षेत्र में आने वाले समय में उल्लेखनीय कार्य करेगा।
बिहार सरकार के मुख्य सचेतक एमएलसी श्रीमती रीना यादव डिजिटल अखबार नूतन संध्या 19 जून को अपनी यात्रा के दूसरे वर्ष में प्रवेश कर रहा है। आशा है, यह अखबार स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं निर्भिक पत्रकारिता के मानदंडों पर खरा उतरता हुआ सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक आदि ज्ञान-विज्ञान के विभिन्न प्रक्षेत्रों के सम्यक् विकास की दिशा में अपना महत्वपूर्ण रचनात्मक योगदान देता रहेगा। मैं अखबार के स्थापना दिवस के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करता हूँ।
मंच संचालन करते हुए कवि उमेश प्रसाद ‘उमेश’ ने डिजिटल अखबार नूतन संध्या के सफर की सराहना करते हुए एक मिसाल बताया। उन्होंने कहा- नूतन संध्या ने खबरों से मेरे दिल को छू लिया। यही कारण है कि यह डिजिटल अखबार राज्य का नंबर एक अखबार बनने जा रहा है। इतना कम समय में बहुत ही आगे निकल चुका है।
साहित्यिक मंडली शंखनाद के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह ने कहा कि नूतन संध्या ने पूरे किये शानदार एक साल, पत्रकारिता के कई नये कीर्तिमान  स्थापित किया है। नूतन संध्या ने बिहार के नालंदा में अपनी यात्रा का एक पड़ाव पूरा कर लिया है। नूतन संध्या ने बिहार राज्य के सुदूर पिछड़े इलाके बिहारशरीफ नालंदा से अपने सफर की शुरुआत की। लेकिन कुछ ही समय में नूतन संध्या ने राष्ट्रीय फलक पर अपनी जगह बना ली है।
साहित्यिक मंडली शंखनाद के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि डिजिटल ई-पेपर दैनिक नूतन संध्या ने अपने खबर के बल पर पाठकों के बीच अपनी लोकप्रियता स्थापित किया, आम लोगों के बीच साहित्य, विज्ञान और सामाजिकता का सही संदेश पहुंचाया, यही कारण है कि आज लोग नूतन संध्या की खबरों को प्रमुखता से लेते हैं। बिना डर और भय के सच्चाई को सामने लाता है। नूतन संध्या पिछले साल से ही लगातार प्रगति की ओर जा रहा है और आने वाले दिनों में और आगे जाने से कोई रोक नहीं सकता है।
समारोह में अध्यक्षता करते हुए नूतन संध्या के प्रबन्ध निदेशक श्री विनय कुमार कुशवाहा ने कहा कि नूतन संध्या एक अखबार ही नहीं, बल्कि दोस्त भी है। पाठकों को अब इसकी एक आदत सी हो गई है इसे बिना देखे चैन नहीं पड़ता है। यह हर पीड़ित शुभचिंतक एवं विद्यार्थियों के साथ खड़ा होता है तो समाज में व्याप्त अच्छाईयों की तरफ भी हर किसी का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट कराता है। उन्होंने कहा कि यह पेपर सरोकारों के माध्यम से समाज में विशिष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों पर प्रकाश डालता है। इसके माध्यम से वह पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, सुशिक्षित समाज सहित समाज उत्थान के लिए हैं। अपनी विशेषताओं के चलते ही वह समाज में अग्रणी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। 
शंखनाद के मीडिया प्रभारी नवनीत कृष्ण ने कहा कि यह डिजिटल ई-पेपर दैनिक नूतन संध्या सटीक, सत्य व साक्ष्य के साथ खबरों को परोसता है। इसलिए यह अखबार लगातार लोगों के मानस पटल पर अपना अमिट छाप बनाने में लगा हुआ है।  
इस अवसर पर बिहारनामा के संपादक ब्रजेन्द्र कुमार उर्फ़ चुनचुन सिंह, समाजसेवी डॉ. आशुतोष कुमार मानव, शिक्षा शास्त्री जाहिद हुसैन, समाजसेवी दीपक कुमार, समाजसेवी भैया अजीत सहित कई समाजसेवी, साहित्यकार एवं शहर के प्रबुद्ध लोग मौजूद थे।

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