किताबों का अध्ययन से होगा बिशेष ज्ञान की प्राप्ति- प्रो लक्ष्मीकांत ...!
ऊँचाई हासिल करने के लिए हमेशा ऊंचे पॉइंट को प्राप्त करने का लक्ष्य रखें।पढ़ाई के समय किसी अन्य दूसरे कार्यों में ध्यान को केंद्रित करने से नुकसान होगा।उक्त बातें प्रो लक्ष्मीकांत ने नालन्दा फाऊंडेशन घोसरामा के द्वारा आयोजित शैक्षणिक सम्मान एवं प्रमाण पत्र वितरण समारोह के दौरान कही। उन्होंने छात्र छात्राओं को बताया कि जीवन में वेहतर करना है तो किताबों का अध्ययन अधिक से अधिक करें,तभी आपको विशेष ज्ञान प्राप्त होगा।उन्होंने कहा कि कभी भी विना जरूरत के चीजों पर फोकस नही होनी चाहिये।हमेशा क्रोस चेकिंग होनी चाहिये,किसी भी चीज के सिद्धांत को समझिये,और उसके बारे में जानने की कोशिश कीजिये।जैसे जैसे उम्र का इजाफा होता है वैसे वैसे अनुभव भी बढ़ता है।बताया कि पढ़ाई के दौरान राइटिंग करना जरूरी है,क्योकि राइटिंग ही स्केचिंग है जिससे के8 हमारे मन मस्तिष्क में स्क्रेचिंग की गई बातें समाहित हो जाती है।उन्होंने वच्चों को टूल्स एंड टेक्निक को काफी बारीकी से समझाया,कहा कि इस चीज कको यदि आपने अपने जीवन में उतार लिया तो लक्ष्य को हासिल करना काफी आसान हो जाएगा।
इस मौके पर प्रो विश्राम सिंह ने कहा कि हाईस्कूल तक हमारे वच्चों में व्याभारिक ज्ञान की कमी होती है,लेकिन किसी भी बच्चे के लिये इंटर आ दो साल काफी ही अहम होता है।उन्होंने कहा कि ये कोई जरूरी नही है कि बाहर में ही बेहतर शिक्षा मिल सकता है।आप यदि चाह लें तो यहाँ भी रहकर पढ़ाई कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
संजीव राज ने कहा कि प्रतियोगिता से वच्चों का उन्मुखीकरण होता है, और उन्हें अपने अंदर की कमियों को दूर करने में मददगार साबित होता है, नालन्दा फाउंडेशन के द्वारा वच्चों के बीच प्रतियोगिता आयोजित कर वच्चों के भविष्य को संवारने के कार्य काफी ही प्रशंशनीय है।
इस अवसर पर नालन्दा फाउंडेशन घोसरामा के अध्यक्ष हेमलता कुमारी सभी अतिथियों का आगत स्वागत स्मृति चिन्ह भेंट कर किया।उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हमारा उद्देश्य क्षेत्र के वच्चों को संवर्धन करना है,जिस प्रकार से आसपास के वच्चों और उनके अभिभावकों का सहयोग मिल रहा है,जिससे आत्मविश्वास को बल मिला है।
मौके पर सचिब मोजफ्फर जमाल ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि वच्चे ही हमारे देश के भविष्य हैं,हमारे देश को विश्वगुरु बनने की सपना को तय आप ही करेगें।कहा कि आप सभी क्षेत्र मे एक आदर्श स्थापित करें।उन्होंने बच्चों को डिसिप्लिन, आनेस्टी का संकल्प दिलाते हुए कहा कि आप अपने मन यह ठान ले कि हमको जीवन मे कुछ करना है।कहा कि नालन्दा फाउंडेशन घोसरावाँ का शिक्षा पर कार्य करने की प्रयास है।जिसके अंतर्गत आर्थिक कमजोर बच्चों को आगे बढ़ने का काम करेगें।
इस सम्मान समारोह की शुरुआत आराघ्या एवं अभीनव के द्वारा शिव स्तुति से किया गया।
सम्मान कार्यक्रम में 11वीं और12 वीं में प्रथम नीतीश, दुतीय मुकेश एवं तृतीय स्थान के लिये सुजीत को चयनित किया गया।जबकि 9वी और 10 वीं में प्रथम संदीप दुतीय सौरभ एवं तृतीय स्थान के लिये चाँदनी को चयन किया गया।इन सवों को मेडल एवं प्रमाण पत्र दिया गया।इसके अलावे दस- दस स्थान हासिल करने वाले छात्र छात्रा को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर डॉ सुबोध कुमार ने मंच संचालन किया।कार्यक्रम में संजीव राज,कृष्णा प्रसाद,अर्जुन प्रसाद,आदित्य राज ने अपने विचार को प्रकट किये।मौके पर डॉ पिंकु कुमार,डॉ सर्वेश कुमार सहित समस्त प्रतिभागी उपस्थित थे।
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