एजुकेट द न्यू जेनरेशन सोसाइटी द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का किया गया आयोजन..!!
नगरनौसा,23 अप्रैल 2023 : एजुकेट द न्यू जेनरेशन सोसाइटी के तत्वावधान में बालिका उच्च विद्यालय, नगरनौसा में विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य “हम हमारी पृथ्वी को कैसे बचाएं” विषयक संगोष्ठी का आयोजन शंखनाद के अध्यक्ष श्री डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह की अध्यक्षता में किया गया। इस संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि कृषि बैज्ञानिक डॉ. बहादुर सिंह, इतिहासकार डॉ. लक्ष्मीकान्त सिंह, इतिहासकार तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में शंखनाद साहित्यिक मंडली के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा, समाजसेवी डॉ. आशुतोश कुमार मानव मौजूद रहे।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि शंखनाद के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि पेड़ पौधे पृथ्वी के आभूषण ही नहीं प्राणदाता भी हैं। इसी सोच के साथ विश्व पृथ्वी दिवस पर पौधरोपण किया गया है। पौध रोपण के साथ उन्होंने पौध रोपण की महत्ता के बारे में जानकारी दी। और लोगों से अपील किए कि हर शख्स कम से कम पांच पौधे अवश्य रोपे साथ ही उसकी देखभाल भी करें। उन्होंने कहा- पृथ्वी के आभूषण ही नहीं प्राणदाता भी हैं पेड़-पौधे। पृथ्वी के संरक्षण के लिए हर दिन मनाएं पृथ्वी दिवस तभी संभव है पृथ्वी को बचाना।
अध्यक्षता करते हुए शंखनाद के अध्यक्ष इतिहासकार डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह ने कहा कि दुनियाभर में कुछ पर्यावरण प्रेमी तथा पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी संस्थाएं धरती को बचाने की कोशिशें अवश्य करती रही हैं लेकिन जब तक धरती को बचाने की चिंता दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति की चिंता नहीं बनेगी और इसमें हर व्यक्ति का योगदान नहीं होगा, तब तक मनोवांछित परिणात मिलने की कल्पना भी नहीं की सकती। धरती की सेहत बिगाड़ने और इसके सौन्दर्य को ग्रहण लगाने में समस्त मानव जाति ही जिम्मेदार है।
विशिष्ट अतिथि समाजसेवी डॉ. आशुतोश कुमार मानव ने कहा कि हमें अपनी प्रकृति और पृथ्वी के साथ सद्भावयुक्त एवं मानवतापूर्ण व्यवहार करना होगा। इसके लिए अपनी जीवनशैली और प्रकृति के बीच संतुलन स्थापित करना होगा। हम सभी लोग संकल्प लें कि हम अपने प्राकृतिक संसाधनों का सीमित और संयमित उपयोग करेंगे ताकि वह अक्षय रहें। धरती माता को बचाने का प्रयास मिलकर करें, पौधों का रोपण करें। प्रकृति के अनुकूल जीवनशैली अपनाएं ताकि हमारा पत्येक कर्म और उसका परिणाम अक्षय हो।
मौके पर सोसाइटी के सचिव पवन कुमार ने कहा कि विश्व पृथ्वी दिवस को अंतराष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस भी कहा जाता है। यह दिन हर साल 22 अप्रैल के दिन मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस मनाने का मकसद लोगों को पर्यावरण संरक्षण से जागरूक करवाना और पर्यावरण को क्षति से किस तरह बचाया जा सकता है इसके प्रति सचेत करना है।
सोसाइटी के अध्यक्ष घनश्याम सर ने ग्लोबल वार्मिंग और जहरीले पदार्थो से हो रहे खतरों के बारे में भी विद्यार्थियों को संबोंधित करते हुए कहा कि इस पृथ्वी दिवस को मनाने का उद्देश्य प्रदूषण कम करने एवं इसके बूरे प्रभाव से होने वाली समस्याओं से सभी को जागरूक करना है। उन्होंने कहा- मानव जीवन को बचाने के लिये पृथ्वी संरक्षण जरूरी है।
वही शिक्षक जितेन्द्र कुमार ने कहा कि जब मनुष्य पृथ्वी का संरक्षण नहीं कर पा रहा तो पृथ्वी भी अपना गुस्सा कई प्राकृतिक आपदाओं के रूप में दिखा रही है। वह दिन दूर नहीं होगा, जब हमें शुद्ध पानी, शुद्ध हवा, उपजाऊ भूमि, शुद्ध वातावरण एवं शुद्ध वनस्पतियाँ नहीं मिल सकेगी। इन सबके बिना हमारा जीवन जीना मुश्किल हो जायेगा। आज चिन्तन का विषय न तो युद्ध है और न मानव अधिकार, न कोई विश्व की राजनैतिक घटना और न ही किसी देश की रक्षा का मामला है।
कार्यक्रम में अभियंता मिथिलेश प्रसाद चौहान ने कहा- पेड़-पौधे पृथ्वी के आभूषण ही नहीं प्राणदाता भी हैं। इसी सोच के साथ विश्व पृथ्वी दिवस पर पौधरोपण किया जाता है। उन्होंने पौध रोपण की महत्ता के बारे में जानकारी दी। और लोगों से अपील किए कि हर शख्स अपने जीवन में कम से कम पांच पौधे अवश्य रोपे साथ ही उसकी देखभाल भी करें।
राष्ट्रीय शायर व गजलकार कुमार आर्यन गयावी ने कहा कि अधिक से अधिक पौधा लगाकर उसकी सुरक्षा और उचित देखभाल कर वृक्ष बनाएं अपने आसपास के तालाब नदी पोखर एवं अन्य जल स्रोतों को प्रदूषित नहीं करें।
मंच संचालन करते हुए शंखनाद के मीडिया प्रभारी राष्ट्रीय शायर नवनीत कृष्ण के कहा कि जल, जंगल और जमीन इन तीन तत्वों से पृथ्वी और प्रकृति का निर्माण होता है। यदि यह तत्व न हों तो पृथ्वी और प्रकृति इन तीन तत्वों के बिना अधूरी है। विश्व में ज्यादातर समृद्ध देश वही माने जाते हैं जहां इन तीनों तत्वों का बाहुल्य हैं।
पृथ्वी दिवस पर विद्यार्थियों के बीच प्रतियोगिताएं आयोजित
बालिका उच्च विद्यालय, नगरनौसा के सभागार में एजुकेट द न्यू जेनरेशन सोसाइटी के सौजन्य से विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। मौके पर विद्यार्थियों ने पेंटिंग और कबाड़ से जोगाड़ के द्वारा गुलदस्ता बनाकर खूब वाहवाही लूटी। उन्होंने पेंटिंग के माध्यम से धरती बचाने का संदेश दिया। विद्यार्थियों ने भाषण व कविताओं के माध्यम से धरती को बचाने का आह्वान किया। विद्यार्थियों ने वृक्षारोपण, धरती बचाओ, पानी बचाओ आदि विषयों पर चार्ट तैयार किये।
फुटबॉल क्लब के टीम को फुटबाल देकर सम्मानित किया गया। भाषण में प्रथम स्थान प्राप्त धर्मवीर कुमार को ग्लोब देकर, निबंध में प्रथम स्थान अस्मिता कुमारी को कप देकर, प्रोजेक्ट में प्रथम स्थान नीतू कुमारी सामन्य ज्ञान पुस्तक देकर, कबाड़ से जोगाड़ में काजल कुमारी जिसे सामान्य ज्ञान बुक और मेडल, संगीत में प्रथम स्थान प्रिंस कुमार जिसे कप और मेडल देकर सम्मानित किया गया। शेष प्रतिभागी को कलम देकर सम्मानित किया गया।
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