पर्यावरण का संरक्षण व संवर्द्धन हमारी सामाजिक व नैतिक जिम्मेदारी है : राकेश बिहारी

बिहारशरीफ-बबुरबन्ना, 28 जुलाई 2023 : स्थानीय बबुरबन्ना मोहल्ले में शंखनाद साहित्यिक मंडली के तत्वावधान में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के मौके पर प्रातः काल शंखनाद के कोषाध्यक्ष समाजसेवी सरदार वीर सिंह की अध्यक्षता में बबुरबन्ना स्थित पंचाने नदी के तट मसान (श्मशान घाट) पर आम, पीपल एवं नींबू का पौधा लगा कर और पूर्व में लगाये गए बरगद के पौधे को संरक्षित किया। 
 
हम प्रकृति से खिलवाड़ करके सुरक्षित जीवन नही जी सकते

शंखनाद के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि पर्यावरण का संरक्षण व संवर्द्धन हमारी सामाजिक, राष्ट्रीय व नैतिक जिम्मेदारी हैं। हमें पर्यावरण का दोहन करने से बचना होगा व दूसरों को भी वृक्ष लगाने व पर्यावरण की रक्षा हेतु प्रेरित करना होगा। प्रत्येक व्यक्ति को अपने आस-पास हरा भरा वातावरण बनाए रखना चाहिए एवं प्रकृति के प्रति सदैव कृतज्ञ होकर इसकी रक्षा के लिए जागरूक रहना चाहिए। अब भी वक़्त है हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति सचेत होने का और इसके लिए देश में जागरूकता अभियान चलाने का और देश में चलाए भी जा रहे हैं, अब हर व्यक्ति को इसकी कमान स्वयं के हाथों में लेनी होगी और एक-एक कदम पर जहां भी जो भी प्रकृति का नुकसान कर रहा है उसे रोकें, शुरुआत खुद से करें, अपने घर से करें, पानी संरक्षण करें, पेड़ लगायें, गाड़ी का उपयोग हो सके तो कम करें, मौसम को आत्मीय भाव से महसूस करें। क्योंकि प्रदूषण के कारण ही सारी प्रकृति दूषित हो रही है और निकट भविष्य में मानव सभ्यता का अंत दिखाई दे रहा है। कोविड- 19 जैसी महामारियों से हम सीख सकते है कि हम प्रकृति से खिलवाड़ करके सुरक्षित जीवन नही जी सकते। प्रकृति की रक्षा के लिए आप जो कर सकते हैं वह करें। और कम से कम अपने जीवन में 5 पेड़ जरुर लगाएं।
प्रकृति संरक्षण का उद्देश्य जीव-जंतु एवं वनस्पतियां को बचाना  

अध्यक्षता करते हुए शंखनाद के कोषाध्यक्ष पर्यावरण प्रेमी सरदार वीर सिंह ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के बिना हमारी प्रकृति अधूरी है। लेकिन आज के समय में पेड़-पौधे वनस्पतियां बहुत से जीव-जंतु विलुप्त होते जा रहे हैं। आज के दिन मनाया जाने वाला विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का मूल उद्देश्य विलुप्त हो रहे जीव-जंतु एवं वनस्पतियों को बचाना है।
पानी का दुरुपयोग न करें

समाजसेवी साधु शरण चौधरी ने कहा कि जिंदा रहने के लिए पानी की आवश्यकता है। ऐसे में इसका दुरुपयोग करने से बचें। मुंह धोने, नहाने, खाना बनाने आदि पर जरूरतानुसार पानी का इस्तेमाल कर इसे बचाने की कोशिश करें। ताकि आने वाली पीढ़ी को पानी मिल सके।
प्रकृति हमेशा हमें कुछ न कुछ देती है सुरक्षित रखें 

 शंखनाद के मीडिया प्रभारी नवनीत कृष्ण ने कहा कि प्रकृति हमेशा हमें कुछ न कुछ देती है उसे सुरक्षित रखें। इस से हमें जल, हवा, जडीबुटी, फल, खनिज और बहुत कुछ मिलता है। प्रकृति से हमें जीवन जीने के लिए सब कुछ प्राप्त होता है। यह हमारे लिए जीवनदाई है। आज हमें इसके संरक्षण एवं विकास का संकल्प लेना होगा।
ज्यादा से ज्यादा लोगों को सभी करें जागरूक

मौके पर समाजसेवी मनीष चन्द्र राय ने कहा कि वातावरण को साफ और प्रदूषण से बचाए रखने के लिए लोगों को इसके प्रति जागरूक करें। ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए। साथ ही लोगों को प्रकृति, पर्यावरण और ऊर्जा संरक्षण के फायदे बताते हुए इसके लिए प्रेरित करें।
 
इस दौरान वायुसेना के वारंट अफसर अरविन्द कुमार गुप्ता, समाजसेवी देवनारायण पासवान, समाजसेवी विजय कुमार पासवान, राजदेव पासवान, समाजसेवी धीरज कुमार, नंद कुमार सिंह, चन्द्रशेखर प्रसाद, रवि शंकर साव, नवलेश पासवान एवं लेखापाल कर्मेन्द्र कुमार सहित बबुरबन्ना एवं शहर के कई प्रतिष्ठित गणमान्य लोगों ने पौधरोपण एवं उसके संरक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।

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