ककड़िया में धूमधाम से मनाई गई बापू और शास्त्री की जयंती...!!

नूरसराय-नालंदा, 2 अक्तूबर 2023 : स्थानीय मध्य विद्यालय ककड़िया के प्रांगण में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154 वीं जयंती और जय जवान, जय किसान का नारा देने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 119 वीं जयंती हर्षोल्लास एवं भव्य समारोह के रूप आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनुज कुमार ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत देश के दोनों सपूतों के चित्र पर समारोह के मुख्य अतिथि मानव सेवा केंद्र लोहड़ी के सचिव पुरुषोत्तम कुमार पाण्डेय एवं उपस्थित शिक्षक तथा छात्र-छात्राओं द्वारा माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर हुई।
इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि मानव सेवा केंद्र लोहड़ी के सचिव पुरुषोत्तम कुमार पाण्डेय ने गांधी जी और शास्त्री जी के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि देश की दोनों सपूत ऐसा भारत चाहते थे जिसमें जाति, वर्ग या लिंग का भेद ना हो। उन्होंने सत्य एवं अहिंसा का पाठ पढ़ाया। वे ऐसा भारत चाहते थे जिसमें सभी लोग प्रेम से मिलजुल कर रहे। उन्होंने हस्तकला पर बल दिया ताकि भारत में कोई भी बेरोजगार ना रहे और यह सब शिक्षा द्वारा ही संभव है। उन्होंने कहा कि यदि सब लोग शिक्षित होंगे तभी हमारा देश स्वाबलंबी बनेगा। उन्होंने सभी को सत्य एवं अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए कहा और यह भी कहा कि हमें किसी की बुराई या निंदा नहीं करनी चाहिए और कुछ भी बोलने से पहले सोचना चाहिए ताकि हमारे द्वारा कही गई बात दूसरे को दुख ना पहुंचाएं। महात्मा गांधी संत ही नहीं बल्कि वे एक महान क्रांतिकारी नेता थे 
मौके पर विद्यालय के शिक्षक राकेश बिहारी शर्मा ने गांधी जी और शास्त्री जी की जीवनी, कृतित्व, विचार एवं आदर्शों से सबों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि दोनों महापुरुषों के आदर्श का अनुसरण करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी में एक बहुत बड़ा गुण था कि उन्हे कभी गुस्सा नहीं आता था और बहुत ही धैर्यवान व्यक्ति थे, क्योंकि जिन व्यक्तियों के पास धैर्य और क्रोध पर नियत्रंण है निश्चित ही वो बहुत ही तरक्की करेगें। धैर्य रखने एवं क्रोध के नियंत्रण की सीख हमें गांधी जी एवं शास्त्री जी से लेनी चाहिए। उन्हाने कहा कि गांधी जी व शास्त्री जी ने बिना भेदभाव के लोक कल्याण का कार्य किया। उन्होंने कहा कि यदि लोग स्वयं से साफ-सफाई के बारे में सोचने लगे तो किसी भी मिशन की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। उन्होंने उपस्थित लोगों से महात्मा गांधी जी तथा शास्त्री जी के जीवन से प्रेरणा लेने और उनके पदचिन्हों पर चलने का आवाह्न किया।
समारोह में शिक्षिका पूजा कुमारी ने कहा कि महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनीतिक आजादी नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी की थी उस कल्पना को लोगों द्वारा सेवा भाव ढंग से ही पूरा किया जा सकता है। हमारे देश ने आजादी के बाद से बहुत तरक्की की है लेकिन यदि हम सबलोग गांधी जी एवं शास्त्री जी के विचारों को आत्मसात करलें तो निश्चित ही हमारा देश और तरक्की करेगा तथा समाज में खुशहाली आयेगी। गांधी जी एवं शास्त्री जी के पदचिन्हों पर चलकर ही आगे बढ़ा जा सकता है इसलिए आज के युग में भी जो समाज में बेहतर काम करते हैं उन्हे पहचान अवश्य मिलती है।
शिक्षक सुरेन्द्र कुमार ने बच्चो को गांधी जी और शास्त्री जी के जीवन परिचय का उल्लेख किया। उन्होंने कहा की बापू अहिंसा के पुजारी और भारत की आजादी के प्रखर योद्धा थे और शास्त्री जी भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने और वे अपने जीवन काल में सादगी जीवन जीने का परिचय दिए।        
शिक्षक सच्चिदानंद प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रपिता गांधीजी के के बारे में जितना कहा जाए, जितना लिखा जाय और जितना समझा जाए वह सब कम है क्योंकि उनका व्यक्तित्व, विचार सबकुछ अपरिमित है। उनके विचारों पर यदि चला जाय तो समाज में सदैव भाईचारा, देश में शांति व व्यक्ति में स्वालंबन रहेगा।
 
बाल संसद के प्रधानमंत्री शुभम कुमार ने कहा कि आज के दिन पूरा देश महात्मा गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री को याद करता है, और उनकी शिक्षाओं और विचारों से प्रेरणा प्राप्त करने का संकल्प लेता है। उन्होने कहा कि अध्यनन करने पर गांधी जी के जीवन के अनेक आश्चर्यजनक पहलू हमारे सामने आते हैं, जो एक देशभक्त व्यक्ति के लिए प्रेरणा स्रोत और अनुकरणीय हैं।
शिक्षक रणजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि आज हम ऐसे व्यक्तियों की जयंती मना रहे हैं। जिनमें महात्मा गांधी ने स्वच्छता का संदेश दिया और शास्त्री ने जय जवान जय किसान का नारा देकर लोगों को सादगी से जोड़ा।
 
शिक्षक अरविन्द कुमार शुक्ला ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि गांधीजी सत्य और अहिसा के पुजारी थे। गाँधीजी ने समाज की बहुमुखी सेवा की। निःसंदेह भारतवर्ष उनका ऋणी है। गांधीजी राजनीतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक नेता के साथ-साथ एक अच्छे पत्रकार भी थे।

मौके पर अध्यक्षता करते हुए प्रधानाध्यापक अनुज कुमार ने कहा कि गांधी ने अहिंसा के साथ सत्याग्रह आंदोलन कर अंग्रेजों से हमें आजादी दिलायी। आजादी के बाद सादगी के रूप में पहचान बनाने वाले लाल बहादुर शास्त्री ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली और जय जवान जय किसान का नारा देकर किसानों, जवानों एवं देश के हित में कार्य कर देश को उन्नति दिलायी।
इस दौरान सुरेश कुमार, सतीश कुमार, विश्व रंजन कुमार, मुकेश कुमार,
बाल संसद के शिक्षा मंत्री जुली कुमारी, खेल मंत्री वीरमणि कुमार, उपाध्यक्ष अंजलि कुमारी,शिल्पी कुमारी, रागनी कुमारी, बंटी कुमार, टुनटुन कुमार, माधुरी कुमारी, हीरामणि कुमार, विशाल कुमार, अनमोल कुमार, धर्मपाल कुमार, चांदनी कुमारी, दिलीप कुमार सहित विद्यालय परिवार के सभी लोग एवं कई ग्रामीण गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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