महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाई गई भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि..!!
बिहारशरीफ,बबुरबन्ना- 18 फरवरी 2024 : स्थानीय सोहसराय के साहित्यिक भूमि बबुरबन्ना में 17 फरवरी 2024 दिन शनिवार की देरशाम अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन नालंदा के तत्वावधान में सविता बिहारी निवास में बिहार के बारहवें और सत्रहवें मुख्यमंत्री समाजवादी नेता, महान समाज सुधारक, भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की 36 वीं पुण्यतिथि महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष रंजीत कुमार शर्मा ने किया।
मौके पर अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन के जिला संयोजक राकेश बिहारी शर्मा, अध्यक्ष रंजीत कुमार शर्मा एवं डॉ. राकेश कुमार के साथ कार्यक्रम में शामिल सदस्यों ने भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित एवं दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर संघ के संयोजक राकेश बिहारी शर्मा ने कार्यक्रम में विषय प्रवेश कराते हुए कहा है कि भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जी समाजवादी परंपरा के लौह पुरुष थे। बिहार के गरीब नाई परिवार में जन्मे श्रीठाकुर पहली बार 1952 में विधायक बने। दो बार मुख्यमंत्री बनने के बाद भी सादगी के मिसाल रहे। वे आज भी युवा पीढ़ी एवं वर्तमान राजनीतिज्ञों तथा समाजसेवियों के लिए प्रेरणादायक हैं। उन्होंने अपने पूरे जीवनकाल को इस राज्य को संवारने में ही लगा दिया। स्व. ठाकुरजी के योगदान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा- वे वास्तव में जननायक थे। उनका चिंतन और कर्म सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय का था। उन्होंने अपने समय में जाति धर्म भाषा और दलगत भावना से ऊपर उठकर सबके लिए काम किया। बिहार के विकास में उनका योगदान हमेशा मील का पत्थर रहेगा। वो हमेशा लोगों के दिलो में अपनी अमित यादों के साथ जिदा रहेंगे। आज भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है। वे सादगी के प्रतीक थे। वो जब बिहार के मुखिया बने तब भी आमजनों से हमेशा मिलकर उनके समस्याओं को जानकर उसका समाधान करने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। अपनी कार्य प्रणाली के बदौलत आम जनता के दिलों और जेहन में समा गये। जननायक कर्पूरी ठाकुर समाजवादी राजनीति के उज्जवल नक्षत्र थे। कर्पूरी ठाकुर अपनें सिद्धांतों से समझौता करने को तैयार कभी नहीं होते थे। इसलिए लोग उन्हें जननायक कहने लगे। अगर हमारे देश के हर राजनेताओं का सोच स्वर्गीय जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जैसा हो जाय तो कभी भी आम जनता को तकलीफ होगी ही नहीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष रंजीत कुमार शर्मा ने कहा कि भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जी स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी, आधुनिक बिहार की राजनीति के चाणक्य, बिहार में असली आजादी दिलाने वाले प्रखर विचारक, समाजिक न्याय के पुरोधा, गरीबों, पिछड़ों व दलितों के सच्चा नेता, भूखे-प्यासे, वेआवाज के आवाज, जुल्म अत्याचार का सफाया करने और अपने सपनों को धरती पर उतारने वाले गुदड़ी के लाल, धरतीपुत्र जननायक कर्पूरी ठाकुर गरीब के घर पैदा हुए और गरीबों के जीवन स्तर को उपर उठाने के लिए आखरी साँस तक लड़ते रहे।
मौके पर नाई संघ के प्रखर नेता डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जी के विचारों को आत्मसात करने की आज के दौर में जरूरी है ताकि देश की तरक्की को पंख लगे। उनके मार्ग पर चल कर ही वंचित समाज का विकास संभव है। स्व. ठाकुर सामाजिक न्याय का मसीहा थे।
इस दौरान समाजसेवी अरुण बिहारी शरण, महासचिव परमिंदर शर्मा, सम्मानित सदस्य रंजीत सुधीर कुमार शर्मा, जनार्दन ठाकुर, राजेश कुमार ठाकुर, समाजसेवी धीरज कुमार, पंकज कुमार, शंकर कुमार, जोगिंदर पासवान, छोटू कुमार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।
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