ककड़िया विद्यालय में मनाई गई सुभाष चंद्र बोस की जयंती..!!
ककड़िया, नूरसराय 23 जनवरी 2025 : स्थानीय मध्य विद्यालय ककड़िया में गुरुवार को स्वतंत्रता सेनानी सुभाषचंद्र बोस की 129वीं जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गईं।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार, वरीय शिक्षक राकेश बिहारी शर्मा, सच्चिदानंद प्रसाद सहित समस्त शिक्षकों ने नेता जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया।
मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार ने बच्चों के बीच कहा कि नेता जी स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाई थी। जिसे कभी देश भुला नहीं सकता।उन्होंने उनकी जीवनी से बच्चों को सीख लेने की बात बताई। उन्होंने ने कहा कि नेता जी देश के ऐसे महानायकों थे जिन्होंने आजादी की लड़ाई के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उनके संघर्षों और देश सेवा के जज्बे के कारण ही महात्मा गांधी ने उन्हें देश भक्तों का देश भक्त कहा था। बच्चों को बताया गया कि कैसे नेताजी ने जापान के सहयोग से 1943 में आजाद हिन्दी फौज का गठन किया और अंग्रेजों पर आक्रमण किया। बच्चों ने नेता जी के दिए प्रसिद्ध नारे ‘तुम मुझे खून दो मै तुम्हें आजादी दूंगा ‘का जय घोष किया।
इस दौरान विद्यालय के वरीय शिक्षक राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस देश के महानायक थे। उन्होंने अपने कर्तव्य को निभाते हुए देश पर अपनी जान कुर्बान कर दी। वह एकमात्र ऐसे नेता थे जिन्होंने आजाद हिद फौज की स्थापना कर देश को आजाद कराने के लिए और दुनिया से ब्रिटिश साम्राज्य को उखाड़ फेंकने के लिए प्रण लिया। वह देश छोड़ जर्मनी जापान होते हुए सिगापुर पहुंचे। उन्होंने वहां पर जेल में बंद बंदियों को रिहा करवा कर अपनी एक फौज तैयार कर देश को आजाद कराने के लिए निकल पड़े। उन्होंने जय हिद व दिल्ली चलो का नारा दिया था।
शिक्षक सच्चिदानंद प्रसाद ने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख सेनानी थे, जिन्होंने देश की आजादी के साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुकाबला कर उनकी चूले हिला दी। वह आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।
मौके पर शिक्षक मनुशेखर कुमार ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस जी का देश को आजादी दिलाने में अहम योगदान था। उन्होंने अपने सुखों का त्याग करके देश के आजादी के लिए संघर्ष किया।
इस दौरान शिक्षक रणजीत कुमार सिन्हा, अरविंद कुमार शुक्ल, अनुज कुमार, सुरेश कुमार, जितेंद्र कुमार मेहता, सतीश कुमार, विश्व रंजन कुमार, मो. रिजवान आफताब, मुकेश कुमार हीरामणि कुमार, जॉशन कुमार, आदित्य कुमार, निशांत कुमार, सोनाली कुमारी, चांदनी कुमारी, गुड़िया कुमारी, नंदनी कुमारी, रेखा कुमारी एवं बाल संसद के प्रधानमंत्री सौरभ कुमार सहित विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने प्रमुखता से भाग लिया।
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