शंखनाद एवं अखंड ज्योति के निशुल्क नेत्र जांच शिविर में 186 लोगों का किया गया इलाज...!!

●शंखनाद एवं अखंड ज्योति द्वारा निःशुल्क नेत्र परीक्षण, दवा एवं चश्मा का वितरण
●गरीबों की सेवा और परोपकार ही सबसे बड़ा धर्म : राकेश बिहारी
● गरीबों की सेवा करना सच्चा धर्म है
बिहारशरीफ-बबुरबन्ना, 18 मई 2025 : ‘शंखनाद’ साहित्यिक मंडली एवं अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल दीघा घाट पटना के तत्वावधान में साहित्यिक भूमि बबुरबन्ना मोहल्ले में ‘शंखनाद’ के कोषाध्यक्ष सह बिहारशरीफ सिख फेडरेशन के अध्यक्ष भाई सरदार वीर सिंह के आवास के निकट पाठशाला स्कूल बबुरबन्ना में विशाल निःशुल्क नेत्र परीक्षण, दवा एवं चश्मा का वितरण कुशल चिकित्सिका डॉ. सीता कुमारी एवं डॉ.ऋतु कुमारी के द्वारा शिविर लगा कर किया गया। जिसका आयोजन ‘शंखनाद’ परिवार ने किया।
मौके पर शंखनाद साहित्यिक मंडली के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि शंखनाद कोई राजनैतिक मंच नही हैं, बल्कि यह साहित्यकारों एवं समाजसेवियों का एक निस्वार्थ मंच है। मानव होने के नाते प्रत्येक व्यक्ति का फर्ज है वह निःस्वार्थ भाव से दूसरे मनुष्य की सेवा करे, यही मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है। ‘शंखनाद’ साहित्यिक मंडली अपनी सहयोगी संस्था अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल दीघा घाट पटना का सहयोग लेकर निस्वार्थ भाव से जनसेवा का कार्य वर्षों से निरंतर कर रही है। उन्होंने कहा कि निस्वार्थ भाव से हर गरीब की सेवा करने वाला और जरूरतमंदों की मदद करने वाला ही सच्चा मानव धर्म निभाता है। सभी प्राणियों में मनुष्य को श्रेष्ठ इसलिए माना जाता है क्योंकि दया, क्षमा, प्रेम और परोपकार की भावना सिर्फ इन्हीं में देखने को मिलती है। दुनिया में इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नही होता।  
मौके पर ‘शंखनाद’ साहित्यिक मंडली के कोषाध्यक्ष भाई सरदार वीर सिंह ने कहा कि शिविर में 186 से अधिक लोगों ने अपनी आंखों की जांच करवाई। डॉक्टरों की टीम ने मरीजों को उनकी आंखों की स्थिति के अनुसार परामर्श दिया। जिन मरीजों को आई.ओ.एल. (इंट्राओकुलर लेंस) प्रत्यारोपण की आवश्यकता है, उन्हें अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल दीघा पटना की मुख्य शाखा में नि:शुल्क ऑपरेशन की सुविधा दी जाएगी।
मौके पर शिविर में उपस्थित कुशल नेत्र
चिकित्सिका डॉ.प्रीति कुमारी ने नेत्र रोगियों को ऑपरेशन में नि:शुल्क दिए जाने वाले लेंस के बारे में बताते हुए कहा कि इंट्राओकुलर लेंस  (IOL लेंस) आंख के लिए एक छोटा, कृत्रिम लेंस है। यह आंख के प्राकृतिक लेंस की जगह लेता है, जिसे मोतियाबिंद सर्जरी के दौरान हटा दिया जाता है। लेंस आंख में प्रवेश करने वाली प्रकाश किरणों को मोड़ता है (अपवर्तित करता है), जिससे आपको देखने में मदद मिलती है। जो अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल दीघा घाट पटना में रोगियों को नि:शुल्क दिया जाएगा। उन्होंने कहा- लोगों को गरीबों की सेवा करनी चाहिए। क्योंकि सभी धर्मों के धर्म गुरुओं ने कहा है कि गरीबों की सेवा हर हाल में करनी चाहिए। तभी आपका अर्जित संपत्ति आपके काम आएगा। इसलिए सभी लोगों की यह जिम्मेदारी बनती है कि आपके पास जो कुछ हो उसमें से थोड़ा बहुत गरीबों की सेवा में जरूर लगाएं।

इस अवसर पर संस्था के फ़ील्ड अफ़सर संजु कुमार, ‘शंखनाद’ के मीडिया प्रभारी नवनीत कृष्ण, समाजसेवी अरुण बिहारी शरण, धीरज कुमार, सुजल कुमार दिनेश पासवान, रामवरण पासवान, बद्री प्रसाद, नागेश्वर महतो, पंचा देवी, रिक्की कुमारी, कर्मा कुमारी,फूलो देवी,  गणेश प्रसाद, वीरेंद्र कुमार, दुलारी देवी, सतेंद्र पंडित, रंजू देवी, यशपाल सिंह, युवराज सिंह, सुनीता देवी, संध्या देवी, अमृता कुमारी, आरती कुमारी,अनिता देवी, अजित पासवान, ऊदल पासवान, नारायण रविदास सहित नालंदा जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के 186 लोगों का जाँच किया गया। जिसमें से 68 मोतियाबिंद रोगियों को चिन्हित किया। चिन्हित मोतियाबिंद रोगियों का निःशुल्क ऑपरेशन एवं दवा 20 मई 2025 को कुशल चिकित्सक के द्वारा किया जाएगा। और जिनका ऑपरेशन किया जाएगा, उन्हें एक लीटर सरसों का तेल, 5 किलो चावल तथा 5 किलो गेहूं का आटा निःशुल्क प्रदान किया जाएगा।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ककड़िया विद्यालय में हर्षोल्लास से मनाया जनजातीय गौरव दिवस, बिरसा मुंडा के बलिदान को किया याद...!!

61 वर्षीय दस्यु सुंदरी कुसुमा नाइन का निधन, मानववाद की पैरोकार थी ...!!

ककड़िया मध्य विद्यालय की ओर से होली मिलन समारोह का आयोजन...!!