समारोह पूर्वक मनाया गया साईं मंदिर का सातवां स्थापना दिवस...!!
●साईं मंदिर की स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जुटे श्रद्धालु
●श्री साईं मंदिर में श्रद्धा से मनाया मंदिर का सातवां स्थापना दिवस
● साईं मंदिर का सातवां स्थापना दिवस समारोह पूर्वक संपन्न
बिहारशरीफ -सोहसराय, 30 जून 2025 : सोहसराय स्थित शिव सह साईं मंदिर एवं साईं धाम का सातवां स्थापना दिवस रविवार को सुबह से शाम तक कार्यक्रम के संयोजक रंजीत कुमार शर्मा के देख-रेख में हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। समारोह में बड़ी संख्या में शहर सहित समीपस्थ गांव से आए श्रद्धालुओं ने शिद्दत से भाग लिया। इस दौरान साईं बाबा के जयकारे से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो उठा। समारोह में महिलाएं एवं बच्चों ने बड़े उत्साह से भाग लिया।
मौके पर कार्यक्रम के संयोजक रंजीत कुमार शर्मा ने कहा कि इस स्थापना समारोह में प्रातः 7:30 बजे हवन, साईं सच्चरित्र सम्पूर्ण पाठ, साईं बाबा का विधिपूर्वक पंच स्नान अभिषेक कर षोडशोपचार विधि से पूजन की गई, एवं साईं बाबा की प्रतिमा का आकर्षक श्रृंगार किया गया। संध्या 3 से 5 बजे तक संगीतमय साईं भजन गायन का आयोजन किया गया। सायंकाल गोधूलि वेला में महाआरती के तत्काल बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया। इस वर्ष शहर के साईं श्रद्धालुओं में बड़ा उत्साह देखा गया। आज यह मंदिर जन आस्था का महत्वपूर्ण केन्द्र बन गया है।
मौके पर शंखनाद साहित्यिक मंडली के महासचिव शिक्षाविद् राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि ‘सबका मालिक एक है’ के उद्धघोषक शिरडी के साईं बाबा एक भारतीय आध्यात्मिक गुरु, योगी और फकीर थे। भारतीय समाज में देवी-देवताओं के साथ संत, फकीरों को भी पूज्यनीय माना गया है। सामाजिक वर्गीकरण की इस दिवार में सबसे ज्यादा नुकसान समाज के उपेक्षित वर्ग को होता है। साधु सन्तों और समाज सुधारकों ने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि समाज में एकता आए। समाज में इसी एकता के भाव को सुदृढ़ करने की राह में उल्लेखनीय कार्य के लिए हम शिरडी के साईं बाबा को श्रद्धा से याद करते हैं। बाबा ने जाति-पाति तथा धर्म की सीमाओं से उपर उठकर सही मानवता की तस्वीर प्रस्तुत की थी। वे सभी जीवात्माओं की कल्याण के लिए ही संसार में आए थे। साईं बाबा सम्पूर्ण भारत के संत व ईश्वर के साक्षात स्वरूप थे। सर्व धर्म समभाव की शिक्षा देने वाले इस संत का जीवन चरित्र सचमुच ही पूजनीय है। उन्होंने साईं मंदिर सोहसराय में स्थापित साईं बाबा की प्रतिमा के बारे में बतायाकि यह शिव सह साईं मंदिर एवं साईं धाम 29 जून 2018 को स्थापित किया गया था। साईं बाबा प्रतिमा की लम्बाई 5 फीट 5 इंच तथा 8 क्विंटल 84 किलोग्राम वजनी दुधिया संगमरमर से बना हुआ है, जो जयपुर से मंगवाई गई है। भक्तों ने भजनों में शिरडी वाले साईं बाबा आया है तेरे दर पर सवाली, साईं तेरी शिरडी बड़ी सुंदर लागे रे आदि कई भजनों की प्रस्तुति दी। समारोह में श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन व ढोलक की थाप पर खूब जमकर नृत्य किया।
कार्यक्रम के आयोजक अध्यक्ष अनील कुमार गुप्ता तथा सचिव उपेन्द्र प्रसाद ने सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर समाजसेवी भाई सरदार वीर सिंह, मंदिर के कोषाध्यक्ष संजय कुमार, स्थानीय वार्ड पार्षद विनीत कुमार, लालो साव, विश्वमोहन पाण्डेय, विनय पाण्डेय, नंद किशोर शर्मा, रामाधीन प्रसाद, भरत प्रसाद, जित्ती गोप, नवल किशोर, आशा देवी, रेखा कुमारी, अनिता कुमारी, नूतन कुमारी, प्रमिला कुमारी, निर्मला देवी, अजीत कुमार, सुनील कुमार यादव, अशोक यादव सहित सैकडों साईं भक्तों ने समारोह में भाग लिया।
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