पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि : साहित्यकारों व समाजसेवी लोगों ने एस.पी.वर्मा कॉलेज पहुंच स्व. सिद्धेश्वर प्रसाद वर्मा को दी श्रद्धाजंलि...!!
●सिद्धेश्वर वर्मा ने शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में दिया था महत्वपूर्ण योगदान
●किसान नेता सिद्धेश्वर प्रसाद वर्मा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित
बिहारशरीफ-राजाकुआँ : 4 जून 2025 दिन बुधवार को ‘शंखनाद’ साहित्यिक मंडली के तत्वावधान में एस.पी.वर्मा कॉलेज, राजाकुआँ-बिहारशरीफ में शहीद जगदेव प्रसाद समाजवादी आंदोलन के ध्वज वाहक एवं भारतीय क्रांतिकारी किसान संघ के संस्थापक तथा समाजसेवा के अप्रतिम स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय सिद्धेश्वर प्रसाद वर्मा की 16 वीं पूण्यतिथि ‘शंखनाद’ के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह की अध्यक्षता में मनाई गई। जिसका संचालन शंखनाद के मीडिया प्रभारी शायर नवनीत कृष्ण ने किया।
मौके पर ‘शंखनाद’ साहित्यिक मंडली के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह, महासचिव राकेश बिहारी शर्मा, संयुक्त सचिव प्रोफेसर डॉ. सच्चिदानंद प्रसाद वर्मा एवं एसपी वर्मा कॉलेज के सभी सदस्यों के साथ कार्यक्रम में शामिल गणमान्य लोगों ने स्वतंत्रता सेनानी एवं किसान नेता स्वर्गीय सिद्धेश्वर प्रसाद वर्मा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मौके पर शंखनाद के महासचिव साहित्यकार राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि स्व. सिद्धेश्वर प्रसाद वर्मा जी ने हमेशा अपने जीवन में किसानों के हितों की लड़ाई के साथ-साथ कमेरा वर्ग, गरीब और युवाओं की आवाज कई आंदोलनों में उठाई। वो जमीन से जुडे़ हुए जन नेता थे। उनका कहना था कि जब तक देश का किसान संपन्न नहीं होगा, देश तरक्की नहीं करेगा। स्व. सिद्धेश्वर प्रसाद वर्मा जी कुशवाहा समाज से संबंधित होने के कारण, सामाजिक कार्यों में ज्यादा समय देते थे। शिक्षा के विकास को लेकर काफी सक्रिय रहे तथा किसान कालेज के निर्माण के लिए वातावरण बनाने में काफी मदद किये। ये शहीद जगदेव प्रसाद के समाजवादी आंदोलन तथा सामाजिक क्रांति के सक्रिय सदस्य थे। उन्होंने 1982 में भारतीय क्रांतिकारी किसान संघ की स्थापना की थी।
मौके पर श्रद्धांजलि सभा में अध्यक्षता करते हुए शंखनाद के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह ने स्वर्गीय सिद्धेश्वर प्रसाद वर्मा जी को गरीबों, शोषितों और पीड़ितों की आवाज बताया। वो सेवा, त्याग व परिश्रम की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय वर्मा जी सामाजिक न्याय के प्रतीक थे और सभी समुदायों के बीच सौहार्द बनाए रखने में उनका अहम योगदान रहा। उन्होंने कहा- स्वर्गीय वर्मा जी का सपना था शिक्षण संस्थान तथा कॉलेज खोलने की, जो उनके जीवन काल में तो संभव नहीं हो सका। लेकिन इनके पुत्र प्रोफेसर डॉ. सच्चिदानंद प्रसाद वर्मा पिता के स्वर्गवास होने के दूसरे साल 2010 में इन्हीं के प्रेरणा से आई०टी०आई० की नींव रखी गयी और 2022 में अपने पिता के नाम पर एस.पी.वर्मा कॉलेज का स्थापना किया।
मौके पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में एस.पी.वर्मा कॉलेज के प्राचार्या डॉ. सुनीता कुमारी वर्मा ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबू सिद्धेश्वर प्रसाद वर्मा जी सही मायने में एक कर्मयोगी थे। उन्होंने अपने पारिवारिक दायित्वों के साथ-साथ सामाजिक दायित्वों का पूरी निष्ठा से निर्वहन किया। उन्होंने अपने जीवन काल में शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह किसानों को आधुनिक खेती तकनीकों से अवगत कराते रहे और कृषि विकास के प्रति समर्पित रहे। उनका समाज में योगदान अमूल्य था और इसे सदैव याद रखा जाएगा।
किसान नेता शिव कुमार कुशवाहा ने बताया कि स्व. सिद्धेश्वर प्रसाद वर्मा जी बहुत ही प्रभावशाली व्यक्ति थे उन्होंने सदैव किसानों तथा दबे कुचले लोगों की आवाज़ को बुलंद करके उन्हें उनका हक़ दिलाने का कार्य किया था, वे समाज सेवा के लिए सदैव तत्पर रहते थे।
मौके पर शंखनाद के संयुक्त सचिव प्रोफेसर डॉ. सच्चिदानंद प्रसाद वर्मा ने कहा कि आज मेरे परम पूज्य पिताजी की 16 वीं पुण्यतिथि है। हमेशा की तरह आज भी मैं उन्हे एक दिव्य आशीष के रूप में अपने निकट महसूस कर रहा हूँ।
वो एक प्रखर किसान नेता, मेहनतकश मजदूर साथी, समाजसेवी, प्रखर विचारक, सीधे-सरल स्वभाव के धनी थे। वो अपने क्षेत्र के मान-सम्मान तथा गौरव के लिए आजीवन कार्य करते रहे थे। वो अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं , जो आज भी हम सभी को प्रेरित करती रहती है। उनके द्वारा बताये गये नैतिकता का पाठ, राजनैतिक मूल्यों व उच्च आदर्शों का अनुसरण मैनें अपने जीवन के कर्तव्यपथ पर पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से करने का प्रयास किया है। उनका आशीर्वाद मेरे जीवन में बहुत ही मूल्यवान वस्तु है, जिसे मैं हमेशा सहेज कर अपने हृदय के समीप रखता हूँ।
इस दौरान उनकी स्मृति में पौधारोपण भी किया गया, जिसमें दो दर्जन से अधिक फलदार और छायादार पौधारोपण किया गया।
श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे सभी लोगों को प्रोफेसर डॉ. सच्चिदानंद प्रसाद वर्मा ने अपने एवं परिवार की ओर से आभार प्रकट किया।
इस दौरान एसपी वर्मा कॉलेज के सहायक प्राचार्य शैलेन्द्र कुमार, प्रो. सीमा कुमारी, प्रोफेसर डॉ.कमलेश कुमार, पुरुषोत्तम कुमार पाण्डेय, डॉ. गौतम कुमार, नीलू कुमारी, सोनी कुमारी, प्रो. अभय कुमार, प्रो. राकेश कुमार, प्रो. विपिन कुमार, शिक्षिका सुनैना कुमारी वर्मा, मनोज कुमार, अरुण कुमार, गंगा विशुन, नितीश कुमार, सतीश कुमार, मंजीत कुमार सिंह, केदार सिंह, रंजन कुमार, रवि कुमार सहित जिले के सैकडों गणमान्य लोगों ने भाग लिया और श्रद्धांजलि अर्पित किया।
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