पटना में सम्पूर्ण क्रांति मोर्चा का राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ सम्पन्न...!!
पटना, 13 अक्टूबर 2025 : रविवार की देर शाम को शहीद जगदेव कक्ष, मुसल्लहपुर हाट, पटना में सम्पूर्ण क्रान्ति मोर्चा, भारत का एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन सोल्लास सम्पन्न हुआ। सम्मेलन का उद्घाटन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव पटेल ने किया। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में जयप्रकाश आंदोलन के उद्दश्यों पर प्रकाश डालते हुए पांच दशकों में भी अब तक उसके लक्ष्यों को पूरा नहीं होने पर अफसोस जताया। मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव ओम प्रकाश मेहता ने अपने वक्तव्य में कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ तथा आपातकाल के विरुद्ध चलाय गये जे. पी. आन्दोलन से उपजे नेतागण केन्द्र से लेकर अनेक राज्यों में सत्ता पर बैठे तो हैं, परंतु न तो लोकतंत्र का जनतांत्रिकरण कर पाये और न ही सरकारी तंत्रों से भ्रष्टाचार दूर कर पाये। ऐसे में अभी भी सारे जे. पी. सेनानियों के आन्दोलन विधानसभा से लेकर सड़कों पर करने की जरूरत है।
सम्मेलन में विशेष रूप से आमंत्रित बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि पिछले चार दशकों से बिहार में जेपी आंदोलन से निकले नेताओं के दलों का शासन है। वर्तमान केंद्र की भाजपा सरकार भी जयप्रकाश आंदोलन की देन है। लेकिन, जिस भ्रष्टाचारी व्यवस्था के उन्मूलन के लिए वह आंदोलन चलाया गया था, वह आज अधिक विकराल रूप धारण कर लिया है और वर्तमान सरकार भ्रष्टाचार को अधिक ऊर्जावान बनाने में लगी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और भ्रष्टाचार जैसी समस्याएं आज बिहार ही नहीं पूरे देश में व्याप्त है। लेकिन, सबसे बड़ी त्रासदी है कि काँग्रेस के अलावा किसी भी दल के चुनावी मेनिफेस्टो में यह दर्ज नहीं है। यहां सरकार मुट्ठीभर पूँजीपति लोगों के लिए नीतियां बनाने और उन्हें लाभान्वित करने में मस्त है। जंगल, जमीन और जलाशयों को उद्योगपतियों सौंपा जा रहा है। इस प्रदेश को मजदूरों का हब बनाने की तैयारी वर्तमान सरकार कर दी है। पूँजीवादी व्यवस्था में आम आदमी भयंकर रूप से शोषण का शिकार हो रहा है। लेकिन यहां का चुनावी मुद्दा व्यवस्था परिवर्तन की जगह धर्म, जाति और संप्रदायवाद को बनाया जा रहा है। जबकि मूलभूत जन समस्याओं के समाधान करने की जरूरत है। आज बिहार को फीस मुक्त अच्छी शिक्षा, फ्री स्वास्थ्य सुविधाएं, भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था और नौजवानों के लिए रोजगार के अवसरों की सृजन करने वाली योजनाओं की जरूरत है। काँग्रेस इस दिशा में अग्रसर है और संविधान में प्रदत्त नागरिकों के मूलभूत अधिकारों के संरक्षण के लिए सचेष्ट है। दिल्ली से आये सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट डॉ० ओमकार कटियार ने देश पर सामंतवादियों के काबिज होने तथा संवैधानिक संगठनों पर माफियाओं का अधिकार को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। डॉ० हेमन्त कुमार सिंह ने जोरदार स्वर में कारपोरेटी माफिया और दलाल संरक्षित सत्ता में परिवर्तन लाने की मांग किया तथा जन प्रतिनिधि वापसी का अधिकार जनता को सौंपने के लिए बिल लाने पर बल दिया। इस सभा का संचालन स्वामी गगन सेन गुप्ता ने किया। इस सम्मेलन में देश भर से आए 200 सम्पूर्ण क्रांति मोर्चा के प्रतिनिधिओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सम्मेलन में एक स्वर से मांग की गई-" भूमिगत जे. पी. सेनानियों को ताम्रपत्र एवं पचास हजार रूपये मासिक पेंशन तथा मीसा बन्दियों को एक लाख रूपये मासिक पेंशन दी जान। साथ में उनके पूरे परिवार को मुफ्त चिकित्सा, मुफ्त रेल यात्रा की सुविधायें प्रदान की जाय।"
सम्मेलन को प्रोफेसर लक्ष्मीकांत सिंह जरुहार, सच्चिदानंद प्रसाद वर्मा, प्रदीप मेहता, मुकेश त्यागी, अमरेन्द्र कुमार सिंह, जगरनाथ सम (महाराष्ट्र), परमेश्वर मेहता, अंसारी बहाब, परशुराम ठाकुर, सरोज देवी, लक्ष्मी रोशन (महाराष्ट्र), महेश प्रसाद, आदि ने संबोधित किया।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
कृपया कमेंट बॉक्स में कोई भी स्पैम लिंक न डालें - शंखनाद